भारतीय संस्कृति को नष्ट होने से रोकें : सुब्रमण्यम
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अनुषांगिक संस्था 'कुटुंब प्रबोधन' के अखिल भारती
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अनुषांगिक संस्था 'कुटुंब प्रबोधन' के अखिल भारतीय प्रमुख सुब्रमण्यम भट्ट ने पाश्चात्य सभ्यता के प्रभाव में भारतीय संस्कृति को बचाने का आग्रह किया है। वे शनिवार को सुरेंद्र नगर स्थित श्रीराम बैंक्वेट हॉल में आयोजित युवा दंपती परिवार सम्मेलन को मार्गदर्शक के रूप में संबोधित कर रहे थे।
मेंगलूर (कनार्टक) से आए सुब्रमण्यम भट्ट ने कहा, भारतीय संस्कृति के निरंतर ह्रास के कारण अब भारतीय कैलेंडर पर विश्वास नहीं किया जाता। युवा पीढ़ी विजयादशमी व गंगा दशहरा के अंतर को नहीं समझती। संस्कारों में गिरावट आ रही है। पाश्चात्य संस्कृति के कारण परिवार टूट रहे हैं। ऐसे में भारतीय संस्कृति मजबूत और प्रगाढ़ करने के लिए हम-सब प्रयास करें। सबसे अनोखी हमारी ¨हदू कुटुंब व्यवस्था है। इसका राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान है। 'कुटुम्ब-प्रबोधन' के जरिए जन-जागरण करके परिवारों को जोड़ने का कार्य शुरू हो गया है। परिवार के सदस्य हफ्ते में एक दिन साथ-साथ भोजन व घंटाभर सत्संग करें। रिश्तेदारों को पहचानना, तुलसी पूजन, निमंत्रण पत्रों को मातृभाषा में छपवाना आदि भी सुनिश्चित करें।
कुटुम्ब प्रबोधन की भूमिका आगरा प्रांत प्रमुख अंबिका प्रसाद ने रखी। उन्होंने बेटियों को लव जेहाद से बचाने की भावुक अपील की। कहा, पहले स्कूलों में युवाओं के स्वस्थ विचार होते थे। अब स्वच्छंदता बढ़ गयी है। इससे सामाजिक बंधन टूट रहे हैं। आज धर्म में आस्था न होने के कारण समाज टूट रहा है। इसे बचाना हम-सबकी जिम्मेदारी है।
इससे पूर्व, सुब्रमण्यम भट्ट ने दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मलेन का शुभारंभ किया। भारत मां के चित्र पर पूजा-अर्चना की। यहां अंताक्षरी, देशभक्ति गीत व सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में प्रवीन गुप्ता व श्रीमती सीमा गुप्ता, अध्यक्ष चौ. विजेंद्र सिंह व विशिष्ट अतिथि देवेश गुप्ता रहे। संचालन अजय कुमार नैवी ने किया। महानगर प्रमुख विशंभर सिंह ने आभार जताया। इस मौके पर सुनील कुमार, मुकेश, टीकम, अशोक गुप्ता, शिव कुमार आदि भी मौजूद रहे।
इनसर्ट
घर-घर होगा संघ का प्रचार
उप्र विधानसभा चुनाव से पूर्व संघ कार्यकर्ता घर-घर प्रचार करेंगे। महिलाओं की संघ में 50 फीसद हिस्सेदारी करेंगे। शनिवार को यहां आए नेताओं ने घर वापसी के सवाल पर चुप्पी साधे रखी। कहा, यह धर्म जागरण समिति का कार्यक्रम है, उनका नहीं।