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खून से सींची विवाद की फसल

अलीगढ़ : क्षेत्र में गुरुवार को 20 बीघा खेत में खड़ी विवादित फसल को खून से सींचा गया। इस फसल को लेकर

By Edited By: Published: Fri, 21 Nov 2014 01:50 AM (IST)Updated: Fri, 21 Nov 2014 01:50 AM (IST)
खून से सींची विवाद की फसल

अलीगढ़ : क्षेत्र में गुरुवार को 20 बीघा खेत में खड़ी विवादित फसल को खून से सींचा गया। इस फसल को लेकर गांव मालव व रामगढ़ी के किसानों में खूनी संघर्ष हो गया, जिसमें एक युवक की जान चली गई। कई लोग जख्मी हो गए। देर रात तक किसी भी पक्ष से पुलिस को तहरीर नहीं मिली थी।

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थाना प्रभारी निरीक्षक टप्पल राजवीर सिंह यादव के मुताबिक, रामगढ़ी और मालव के कुछ किसानों में फसल बोने को लेकर तनातनी हो जाती थी। यह विवाद दस से चल रहा है। इस बार रामगढ़ी के लोगों ने इस विवादित भूमि पर धान की फसल बोई थी। फसल कटने के बाद जमीन खाली पड़ी थी। गुरुवार को मालव के किसान योगेंद्र के साथ गांव के कुछ लोग इस जमीन पर फसल बोने के लिए पहुंचे। इसका रामगढ़ी के शिवराम पुत्र लखमी ने आदि ने विरोध किया। दोनों पक्षों में विवाद हो गया। कुछ ही देर में मामला इतना बढ़ गया कि दोनों तरफ से लोग असलाह लेकर आ गए और फाय¨रग होने लगी। गोली लगने से शिवराम (32) की मौके पर ही मौत हो गई। परमाल पुत्र छिद्दा व कंछिदा पुत्र हरकेश घायल हो गए। दूसरे पक्ष से मालव के योगेंद्र पुत्र नवल सिंह, श्याम सिंह, राजेंद्र व भीमेंद्र सिंह घायल हुए। दो गांवों में खूनी संघर्ष की सूचना पर पुलिस पहुंच गई। जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई तो कुछ ही देर में सीओ खैर पीतम सिंह व एसडीएम खैर -प्रवीन कुमार लक्षकार भी पीएसी के साथ पहुंच गए। पुलिस ने घायलों को सीएचसी भिजवाया, वहां से अलीगढ़ रेफर कर दिए गए। घटना के बाद से दोनों गांवों में तनाव बना हुआ है।

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तीन टीम गठित, कई हिरासत में

पुलिस की तीन टीमों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए देर रात तक गांवों में दबिश दी। कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया। रात 12 बजे तक किसी भी पक्ष से तहरीर नहीं मिली थी।

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जमीन को लेकर दो गांवों के लोगों में खूनी संघर्ष हुआ है, जिसमें एक की मौत हुई है। कुछ लोग घायल हुए हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीम गठित कर दी गई हैं।

- जे. रविंद्र गौड़, एसएसपी।

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कई साल पहले यमुना कटान के कारण हरियाणा की कुछ जमीन यूपी में आ गई थी। यह जमीन तहसील के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है। उस पर काबिज होने के लिए मालव व रामगढ़ी के लोग झगड़ते रहे हैं। इस बार रामगढ़ी के लोगों ने उस पर फसल बो रखी थी, जिसे मालव के लोगों ने जोत दिया। इसे लेकर खूनी संघर्ष हो गया। एक पक्ष जाट है और दूसरा मल्लाह जाति से ताल्लुक रखता है।

- प्रवीन कुमार लक्षकार, एसडीएम खैर।


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