'गोवर्धन महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रह्यो'
जागरण संवाददाता, अलीगढ़: अशोक नगर में श्रीमद्भागवत कथा में मंगलवार को चौथे दिन कथा वाचक डा.संजय क
जागरण संवाददाता, अलीगढ़:
अशोक नगर में श्रीमद्भागवत कथा में मंगलवार को चौथे दिन कथा वाचक डा.संजय कृष्ण सलिल महाराज ने श्रीकृष्ण भगवान के हाथों राक्षसों के उद्धार, पूतना वध व दैत्यों के देवताओं से त्रिलोक छीनने की लीला का वर्णन किया। श्रद्धालुओं ने भाव विभोर होकर भागवत कथा का रसपान किया।
नारायण सेवा संस्थान एवं अशोक नगर विकास समिति, गूलर रोड के तत्वावधान में आयोजित चौथे दिन की भागवत कथा का शुभारंभ अशोक नगर विकास समिति के राजेश गुप्ता, उमेश खन्ना, प्रमोद अग्रवाल, गणेश वाष्र्णेय, प्रदीप वाष्र्णेय अमित सिंघल ने श्रीमद्भागवत की पूजा-अर्चना कर किया।
सलिल महाराज ने कहा कि जब दैत्यों ने देवताओं से त्रिलोक को छीन लिया तो नारायण भगवान स्वयं वामन अवतार रूप धरकर राजा बलि के द्वार पर गये तथा उनसे तीन पग भूमि दान में मागी। तीन पद में ही नारायण ने तीनों लोक नाप दिये।
कृष्ण लीला का वर्णन करते हुए कहा कि बाल कृष्ण की हत्या को आई पूतना का वध कर उसका उद्धार किया। भगवान ने अधासुर, वकासुर, कृन्तासुर, संकटासुर जैसे राक्षसों का उद्धार किया। श्रोताओं ने गिर्राज पूजन कर छप्पन भोग के दर्शन किए। डा.संजय कृष्ण सलिल महाराज ने-काली देह पे बेलन आयो, मैरो वारो सो कन्हैया ..., मै तो आज गोवर्धन कू जाओ मेरे वीर नाहि मेरौ मनुआ..., गोवर्धन महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रह्यंो..आदि भजन सुनाकर भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया।