आतिशबाजी में 12 जख्मी, एक गंभीर
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : दीपावली पर पटाखा व अनार छोड़ते समय करीब एक दर्जन बच्चे जख्मी हो गए। इनमें
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ :
दीपावली पर पटाखा व अनार छोड़ते समय करीब एक दर्जन बच्चे जख्मी हो गए। इनमें अधिकांश मरीजों की आंखें चपेट में आई हैं।
जिला अस्पताल, गांधी नेत्र अस्पताल व दीनदयाल चिकित्सालय में आतिशबाजी से जख्मी होने वाले मरीजों की संख्या पिछले साल की सापेक्ष कम रही। जिला अस्पताल में इस बार पटाखों से झुलसा कोई मरीज नहीं आया। दीनदयाल में अनार बम छोड़ते समय दो किशोरों को जख्मी हालत में भर्ती कराया गया। दोनों के हाथ बुरी तरह झुलसे हुए थे।
गांधी नेत्र अस्पताल में नौ मरीजों को भर्ती कराया गया। जिनमें से चार को प्राथमिक उपचार के बाद छुंट्टी दे दी गई। भर्ती मरीजों में गांव पला कश्तली निवासी मुकेश शर्मा का पुत्र विष्णु (14), इगलास के गांव बलराम पुर निवासी सुजान सिंह का पुत्र नरेन्द्र (20), गांव नारौली निवासी कुंवरपाल का पुत्र अमित कुमार (8), बुलंदशहर के गांव नगला हरी सिंह पहासू निवासी रमेश चंद का पुत्र निखिल (9), एटा के गांव जिसरपुर निवासी राजाराम का पुत्र कपिल (5), बुलंदशहर के गांव छबेला निवासी रमेश का पुत्र किशोर (11) है। अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी मधुप लहरी ने बताया कि तीन मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद छुंट्टी दे दी गई। फुस्स पटाखे को जलाने, हाथ में या नजदीक से फोड़ने व अन्य प्रकार की लापरवाही के चलते सभी हादसे हुए। एक मरीज की हालत गंभीर है। उसकी आंख का आपरेशन किया गया है।
उधर, निजी चिकित्सालयों व क्लीनिकों में भी आतिशबाजी की चपेट में आए बच्चों और किशोरों के उपचार कराने की सूचना है।
पटाखे से झुलसा बालक
गंगीरी : शुक्रवार को कस्बा का ही एक बालक पटाखे से झुलस गया। मोहम्मद अच्छन का पांच वर्षीय पुत्र शुक्रवार की सुबह दीपावली पर पटाखे चला रहा था। उस दौरान आग से उसका मुंह व हाथ बुरी तरह झुलस गए।