गन्ने ने घोली त्योहार में कड़वाहट
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : गन्ना किसानों के भुगतान को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ ह
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : गन्ना किसानों के भुगतान को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है। इस दर्द से यहां के भी किसान अछूते नहीं हैं। अलीगढ़, हाथरस व कासगंज के किसानों का भुगतान कई सालों से लंबित है। किसान शासन-प्रशासन में चक्कर काट-काटकर परेशान हो चुके हैं। आनंद एग्रोकेम प्रा. लि. पर करीब 38 करोड़ रुपये के बकाये ने करीब साढ़े छह सौ किसानों को परेशान कर रखा है। भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके किसानों के हक में अदालत ने भी निर्णय सुनाया, पर मिल प्रबंधन का कुछ भी नहीं बिगड़ पाया है।
सहकारी गन्ना विकास समिति गोपी-लधौआ के पदाधिकारियों की मानें तो बकाये का भुगतान कराने के लिए किसानों ने कई बार जिला प्रशासन से गुहार लगाई गई है। एक बार तो तीनों जिलों के 400 से अधिक किसान कलक्ट्रेट भी पहुंचे थे। तब डीएम रहे राजीव रौतेला ने जल्द ही कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें शांत कर दिया था। उसके बाद भी कई बार अफसरों ने समस्या समाधान के प्रति कारगर कदम उठाने का वादा किया। चीनी मिल की नीलामी को लेकर भी प्रशासन का रवैया उदासीन ही रहा है। बकाये का भुगतान न होने से अलीगढ़, कासगंज व हाथरस के किसानों के सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। इन बेबस किसानों की दीपावली भी संकट में ही बीतेगी।
.............
कई बार अफसरों से बात हुई,, पर कुछ सकारात्मक देखने को नहीं मिल रहा है। हम लोग भी अब तंग आ चुके हैं। अदालत के आदेश की भी अवहेलना की जा रही है।
- एसके सिंह राणा, अध्यक्ष, सहकारी गन्ना विकास समिति गोपी-लधौआ।