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अवैध वसूली से भड़के आतिशबाजी दुकानदार

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अग्निशमन व पुलिस के रवैये से नाराज आतिशबाजी कारोबारियों का गुस्सा बुधवार र

By Edited By: Published: Thu, 23 Oct 2014 01:13 AM (IST)Updated: Thu, 23 Oct 2014 01:13 AM (IST)
अवैध वसूली से भड़के आतिशबाजी दुकानदार

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : अग्निशमन व पुलिस के रवैये से नाराज आतिशबाजी कारोबारियों का गुस्सा बुधवार रात आखिरकार फूट ही पड़ा। निरीक्षण की आड़ में उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कारोबारियों ने घंटेभर दुकानें बंद रखीं। मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) के खिलाफ नारेबाजी की। कारोबारियों ने एसीएम प्रथम डॉ. सीएल सोनकर को घेर लिया। एसीएम बमुश्किल दुकानदारों को समझा पाए।

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आतिशबाजी बाजार में नियमों की अनदेखी की छूट की पहले ही भरपूर 'कीमत' की जा चुकी है। अग्निशमन विभाग से भी अनापत्ति ली गई है। आरोप है कि पैसे चुकाने के बावजूद बुधवार रात आठ बजे सीएफओ मोहम्मद शाहिद व एसीएम प्रथम डॉ. सीएल सोनकर दल-बल के साथ वहां पहुंच गए। इससे कारोबारियों का पारा चढ़ गया। दरअसल, छर्रा में आतिशबाजी बाजार खाक होने की सूचना के बाद डीएम अभिषेक प्रकाश ने उन्हें निरीक्षण करने को भेजा था। कारोबारियों का आरोप है कि पैसा हजम करने के बाद अब उन्हें नियम-कायदों का पाठ पढ़ाया जा रहा है। आरोप है कि सीएफओ व पुलिस के इशारे पर एसीएम को भड़काया गया। फव्वारे के पास यश कुमार वाष्र्णेय की दुकान पर रखे पटाखे चायनीज बताए गए, जबकि ऐसा नहीं था। उन्होंने पटाखे पानी में डालने का निर्देश दे दिया। पुलिस भी बिना देरी किए आतिशबाजी को फव्वारे के पानी में फेंक आई। दुकानदार ने देसी आतिशबाजी होने का हवाला दिया तो एसीएम ने गलती मानते हुए खेद भी जताया। तभी, सीएफओ ने नियमों के बहाने दुकानदारों के पेच कसने शुरू किए। कारोबारियों ने बीते चार दिन नियमों की याद क्यों नहीं आई? ऐन त्योहार की रात ही नियमों का पाठ क्यों पढ़ाया जा रहा है? पैसे लेने के बावजूद उन्हें परेशान किया जा रहा है। विरोध में दुकानदारों ने पर्दे गिरा दिए। सीएफओ के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कुछ व्यापारियों ने यहां तक कहा कि सीएफओ नहीं चाहते कि दुकानदार दीवाली मनाएं।

इस बीच, व्यापारी नेता प्रदीप गंगा और मानव उपकार के विष्णु कुमार बंटी भी मौके पर पहुंच गए। दोनों ने एसीएम के साथ मिलकर दुकानदारों को समझाया। करीब घंटेभर बाजार बंद रहा। हंगामा देखकर तमाम ग्राहक बगैर खरीदारी के लौट गए।

इनका कहना है

आतिशबाजी बाजार में नियम ताक पर हैं। दुकानों के आगे माल रखकर बिक्री हो रही है। एक-एक दुकान में आठ-आठ लोग बैठे हैं। यह सब नियम विरुद्ध है। संबंधित विभागों को इस बारे में शुरू से ही ध्यान देने की जरूरत थी। अब नियमों की दुहाई दी गई तो दुकानदार भड़क गए। बहरहाल, दुकानदारों को समझा दिया गया है।

-डॉ. सीएल सोनकर, एसीएम प्रथम।

दिशा-निर्देशों की अनदेखी होने पर दुकानदारों को टोका गया था। कुछ दुकानदारों को पिछले दो दिनों में नोटिस भी जारी किए हैं। कई का रवैया फिर भी नहीं बदल रहा है। सख्ती होने पर दुकानदारों का गुस्सा होना लाजिमी है।

-मोहम्मद शाहिद, मुख्य अग्निशमन अधिकारी।

अग्निशमन विभाग ने लूट मचा दी है। दुकानदार इनसे आजिज आ चुके हैं। आखिर कितने अधिकारियों को चौथ दें? कदम-कदम पर वसूली हो रही है। कुछ वर्दी वाले मुफ्त में आतिशबाजी लेना चाहते हैं। इस माहौल में कारोबार कैसे हो, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

-प्रदीप गंगा, व्यापारी नेता।


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