लुटेरों को मार भी सकती थी पब्लिक
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : दादों क्षेत्र में पकड़े गए लूट के आरोपियों को पब्लिक ने ही बाजरा के खेत में घेर लिया था, तभी पुलिस पहुंच गई और मुठभेड़ में उनकी गिरफ्तारी दिखा दी। पुलिस नहीं पहुंचती तो पब्लिक उन्हें मार भी सकती थी। यह खुलासा आरोपियों को लेकर यहां पहुंचे थाने के सिपाही के साथ फोन पर ग्रामीणों ने भी किया।।
एसएसपी मोहित गुप्ता ने बताया कि दादों के गांव खुशी निवासी ज्ञानी सिंह ने 12 सितंबर को दादों पुलिस को सूचना दी कि वह छर्रा स्टेट बैंक शाखा से 10 हजार रुपये निकालकर बाइक से गांव आ रहे थे। रास्ते में खिरीरी समस्तपुर पुलिया के पास तीन बदमाशों ने तमंचे-चाकू दिखाकर उनसे मोबाइल व 10 हजार रुपये छीन लिए। सूचना पर पुलिस के साथ पहुंचे दादों थाना प्रभारी अशोक कुमार शर्मा ने बदमाशों की घेराबंदी की। बदमाश बाइक छोड़कर बाजरा के खेत में घुस गए और फायरिंग की। पुलिस ने घेराबंदी कर तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने आरोपियों के नाम बिजौली का रिंकू पुत्र ओमवीर सिंह, पाली मुकीमपुर के गांव सिद्ध के वेदप्रकाश पुत्र वासुदेव व विशाल उर्फ विकास पुत्र बिजेंद्र बताए। तीनों से लूटी गई, रकम, मोबाइल फोन, तमंचा व दो कारतूस बरामद हुए।
बकौल एसएसपी, पूछताछ में आरोपियों ने अतरौली, बिजौली, गौंडा क्षेत्र में लूट की कई घटनाओं में शामिल होना स्वीकार किया।
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डबल शर्ट पहनता है आरोपी
पूछताछ में पता चला है कि आरोपी रिंकू घटना के वक्त दो शर्ट पहनता है। घटना करने के बाद ऊपर की शर्ट उतारकर फेंक देता है।
पेट्रोल को मांगे थे 100 रुपये
आरोपी रिंकू ने बताया कि उनका लूट का कोई इरादा नहीं था। बाइक में पेट्रोल खत्म हो गया था। पेट्रोल के लिए उन्होंने राहगीर से 100 रुपये मांगे थे। उसने मना कर दिया तो उन्हें लूट को मजबूर होना पड़ा।