नफरत से नहीं, सबके साथ से होगा विकास
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : मोदी सरकार के 100 दिन के कामकाज पर एएमयू छात्रों की मिलीजुली प्रतिक्रिया है। कुछ छात्र ने सरकार के अभी तक कामकाज को भविष्य की मजबूत नींव बताया तो कुछ ने उम्मीदों पर खरा न उतरने की बात कही। वहीं नफरत की भाषा बोलने वाले नेताओं की जुबान पर लगाम लगाने की मांग की गई।
केंद्र सरकार के सौ दिन पूरे होने पर बीबीसी हिंदी सर्विस द्वारा एएमयू के शिक्षा विभाग में 'कैंपस हैंग हाउट' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें एएमयू के 19 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। यू ट्यूब के जरिए इसे लाइव देखा गया। छात्र फवाज अली ने कहा, 100 दिन कामकाज के लिए काफी नहीं है, लेकिन सरकार की पॉलिसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार क्या करेगी? हालांकि भाजपा व संघ के नेताओं की बयानबाजी दुखद है। पीएचडी के शोध छात्र जुल्फिकार सेठ ने कहा, युवाओं में ही देश को बदलने की क्षमता है। लव जेहाद व नफरत की भाषा से माहौल को खराब किया जा रहा है। मोदी सरकार से अल्पसंख्यक स्वरूप को बहाल करने की माग की। छात्रा फालिया ने कहा, लोकसभा चुनाव के जब परिणाम आ रहे थे, तब मुस्लिमों में अजीब सा भय भर गया था। वो अब नहीं रहा। सरकार के प्रति मुस्लिमों की सोच बदल रही है। इंजीनियरिंग के छात्र तपन उपाध्याय ने कहा, मोदी सरकार नए आइआइटी खोलने की बात कर रही है, बीएचयू के इंजीनियरिंग कॉलेज को आइआइटी का दर्जा दे दिया गया है। एएमयू के इंजीनियरिंग कॉलेज को भी यही सम्मान मिलना चाहिए। मेडिकल की छात्रा फातिमा खान ने मोदी सरकार की जन-धन योजना की प्रशसा की।
इनके अलावा डॉ. मुहम्मद ताबिश खान, नाजली शाह, अली फदान गुलरेज, सदफ इकबाल, माधव चौधरी, डॉ. संगीता भट्ट, डॉ. सारा, अनम खान आदि ने भी अपनी बात रखी। कुलपति जमीर उद्दीन शाह ने विचार रखने पर छात्र-छात्राओं को बधाई दी। कार्यक्रम में सह कुलपति एस. अहमद अली समेत तमाम शिक्षक भी मौजूद थे। पीआरओ डॉ. राहत अबरार ने सभी का आभार जताया।