झूला झूलत बनवारी झुला रही राधा प्यारी
अलीगढ़ : कृष्ण कदम पर झूलते राधाजी झुलावें, झूलन आई राधिका प्यारी रे, सावन का महीना सो अम्मा मेरी, झूला तो पड़ गए अमुआ की डाल पै, घिर आए बदरा बरस गयौ पानी कोयलिया कूं कूं.जैसे सावन गीतों व मल्हारों के सुरीले स्वरों के साथ संगीत की मधुर धुनों व रिमझिम रिमझिम पड़ रही बारिश की बूंदों पर भला किस के पांव थिरकने को कैसे मजबूर नहीं होंगे। यह नजारा था कस्बे के श्री कामेश्वर महादेव मंदिर पर बुधवार को महिला मंडल के तत्वावधान में आयोजित हरियाली तीज महोत्सव का। इस मौके पर महिलाओं द्वारा सावन गीत व मल्हारों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ कई प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई। इस दौरान महिलाओं व युवतियों ने वहां डाले गए झूलों पर झूलकर खूब लुत्फ उठाया। यहां रेखा सारस्वत, सुमन सारस्वत, ज्ञानवती, गायत्री शर्मा, स्नेहलता चौहान, बबिता, अंजू देवी, अंशू गर्ग, रेखारानी, शिक्षार्थ चौधरी, राखी वर्मा, शालिनी, गीता, सर्वेश देवी, हेमलता, मधु वर्मा, लता, राधा, साक्षी, प्रियंका, मानसी, निशी आदि का प्रमुख सहयोग रहा। उधर हरियाली तीज का पर्व कस्बा व क्षेत्रभर में पूरे उल्लास व पारंपरिक तरीके से मनाया गया। इस मौके पर महिलाओं ने घरों में व्यंजन तैयार किए बाद में हाथों में मेंहदी लगाने के साथ ही हरे रंग के परिधान पहने और सोलह श्रृंगार भी किए। कुछ महिलाओं ने पुरानी परंपरा के अनुरूप बागों में जाकर झूला डाले और मल्हार व सावन गीत भी गाए इससे माहौल सावन के रंगों से रंगा हुआ नजर आया। शाम के वक्त कस्बे में पुरानी पुलिस चौकी के पास गत वर्षो की भांति मेला लगा। जहां महिलाओं व बच्चों ने सजे हुए खेल-तमाशों के अलावा खान-पान की चीजों का जमकर आनंद उठाया।