अपहर्ताओं के चंगुल से छुड़ाया मासूम
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : शहर के एक बैटरी कारोबारी के छह साल के बेटे का बुधवार को उनके ही पूर्व किराएदार ने अपहरण कर लिया। अपहर्ताओं ने 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी। 12 घंटे के सर्च ऑपरेशन के बाद पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। चार अपहर्ता भी दबोच लिए। तीन आरोपी मूलरूप से बदायूं जिले के हैं, जबकि चौथा अलीगढ़ का।
ये वारदात हुई, क्वार्सी थाना क्षेत्र के जीवनगढ़ निवासी फुरकान अहमद के साथ। कारोबारी फुरकान की तालानगरी में रोटरी बैटरी के नाम से फैक्ट्री है। छह बच्चों में सबसे छोटा बेटा अमान उर्फ अन्नू (6) बुधवार दोपहर 12 बजे केला नगर स्थित ग्लोरिया पब्लिक स्कूल से घर लौटा था। वह यहां नर्सरी में पढ़ता है। खाना खाने के बाद अमान ने मां रजिया बेगम से 10 रुपये लिए और पड़ोस की ही दुकान में चिप्स का पैकेट लेने निकल गया। काफी देर तक नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई। वे घर के बाहर और गली तक देखने आए। पर, कुछ पता नहीं चला। दोपहर दो बजे फुरकान अहमद घर लौटे तो उन्हें पूरी जानकारी दी गई। फुरकान को अचानक राशिद की याद आई। राशिद अपने दो भाइयों के साथ 15 दिन पूर्व तक उनका किराएदार था। तीनों भाई एक कमरे में रहते थे। किराया देते थे, 2000। ये यहां डेढ़ महीने रहे थे। राशिद से अमान काफी हिल-मिल गया था।
फुरकान ने राशिद को फोन किया तो किसी ने जवाब दिया, तुम्हारा बेटा हमारे पास है। 10 लाख रुपये दोगे, तभी बेटा मिलेगा। वर्ना, परिणाम भुगतोगे।' फुरकान ने क्वार्सी थाने के प्रभारी निरीक्षक सूर्यकांत द्विवेदी को घटना की जानकारी दी। रिपोर्ट दर्ज हुई। एसआइ रमाकांत पचौरी की अगुवाई में 10 घंटे सर्च हुई। गुरुवार तड़के मैरिस रोड निवासी आलम के घर से अमान को बरामद कर लिया गया। राशिद, साजिद व सलमान निवासी गली नंबर-तीन जीवनगढ़ और आलम निवासी मैरिस रोड अलीगढ़ को गिरफ्तार कर लिया गया। राशिद, साजिद व सलमान मूलत: बदायूं के उछियानी के निवासी हैं। ये सभी रंगाई-पुताई आदि का काम सालों से करते आए हैं। काम के ही सिलसिले में इनकी भेंट आलम से हुई थी। एसएसपी मोहित गुप्ता ने बताया कि अपहर्ताओं की आपराधिक कुंडली खंगाली जा रही है।
अमीर बनने के फेर में गए जेल
अमान जैसे ही घर के बाहर आया, कोल्ड ड्रिंक पिलाने के बहाने बाइक से पहुंचा राशिद उठा ले गया। अमान राशिद का परिचित था, सो विरोध भी नहीं किया। डेढ़ महीने तक फुरकान के किराएदार रहे तीनों भाइयों ने 15 दिन पूर्व मकान बदलने के साथ ही प्लान बना लिया था। वे एक झटके में 10 लाख कमाना चाहते थे।
भर आई आंखें
बेटे को पाकर रजिया बेगम की आंखें छलक आईं। कहा, राशिद व उसके भाई ऐसा करेंगे, कभी सोचा न था। दूसरे मकान मालिक ने उन्हें गलत बताकर निकाल दिया था। तब, उन्हें कमरा दिया।
एक लाख का इनाम
बच्चे को बरामद करने वाली पुलिस टीम को अलीगढ़ ताला एसोसिएशन के महामंत्री लल्लू सिंह ने एक लाख रुपये देने की घोषणा की है।