बाईपास की दो लेन चालू
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : गाजियाबाद से अलीगढ़ तक बाईपास का तोहफा नए साल पर तो नहीं मिल पाया, लेकिन अब दो लेन खोल दी गई है। समय से काम पूरा करने के लिए एनएचएआइ (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) की ओर से युद्ध स्तर पर कार्य तो चला ही, प्रशासनिक अफसर भी लगातार सक्रिय रहे। करीब दो हजार करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से महानगर को जाम से निजात मिलने की उम्मीद है।
फरवरी 2011 में एनएच-91 का बाईपास बनाने की शुरुआत हुई तो महानगरवासियों में जाम से मुक्ति की उम्मीद जगी। 26 मीटर चौड़ी सड़क पर यातायात सुगम बनाने के लिए एनएचएआइ ने पूरा प्रयास किया है। आगरा रोड, मथुरा रोड, बाईपास को क्रॉस करने के लिए फोर ग्रेड सेपरेटर बनाया गया है। रेलवे लाइन क्रॉस करने के लिए पड़ियावली से भदेसी तक रोड ओवरब्रिज बनाया गया है। जिले में महरावल से बौनेर तक का हिस्सा आता है। निवर्तमान एडीएम प्रशासन शत्रुघ्न सिंह इस प्रोजेक्ट से भली-भांति वाकिफ थे। उनके तबादले के बाद नए एडीएम प्रशासन संजय चौहान चुनावी तैयारियों में जुट गए। अब वह थोड़े खाली हुए तो योजनाओं की फाइल तलब की।
पिछले 19 जुलाई को बाईपास पर दो लेन खोल दी गई, ताकि वाहनों की आवाजाही शुरू हो सके। बुलंदशहर में एक तरफ से बाईपास खोला गया है। दो-चार दिन बाद दूसरे तरफ से भी मार्ग खोल दिया जाएगा। सिकंद्राबाद और दादरी में जरूर बाईपास का निर्माण नहीं हो पाया है।
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प्रोजेक्ट पर एक नजर
-दादरी, बुलंदशहर, सिकंदराबाद, खुर्जा, गभाना, अलीगढ़ में चल रहा काम
-पूरा प्रोजेक्ट 126 किलोमीटर का है। 100 किलोमीटर से अधिक का काम पूरा हो चुका है।
-दो हजार से अधिक की है परियोजना, करीब 300 करोड़ रुपये खर्च हो रहे अलीगढ़ जनपद में।
-39 गांवों की जमीन अलीगढ़ जिले में ली गई है। इस परियोजना में 100 से अधिक गांवों की जमीन ली गई है।
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सिकंद्राबाद और दादरी में बाईपास निर्माण का काम बाकी है।अलीगढ़ या अन्य क्षेत्र में छोटे-मोटे काम शेष हैं, जो चल रहे हैं। अक्टूबर तक काम पूरा कर लिया जाएगा।
-राजीव अग्रवाल, प्रोजेक्ट मैनेजर, एनएचएआइ।