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कथा सुनने से मिलता है पुण्य

By Edited By: Published: Fri, 25 Apr 2014 01:56 AM (IST)Updated: Fri, 25 Apr 2014 01:56 AM (IST)
कथा सुनने से मिलता है पुण्य

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : सत्य साईं सेवा समिति की ओर से सुदामापुरी में आयोजित कथा में भागवत कथा की महिमा बताई गई। कथा श्री सत्य साईं बाबा के तृतीय महासमाधि वर्ष के अवसर पर आयोजित की गई है। कथावाचक प्रदीप कौशल महाराज ने कहा कि कलियुग में कथा कराने का बहुत पुण्य मिलता है। कथा के प्रताप से कलियुग में ही सतयुग का पुण्य मिल जाता है। इसलिए जहां पर भी भागवत हो उसे सुनना जरूर चाहिए। कथा व्यास ने कहा कि इससे मनुष्य के जीवन में भी परिवर्तन आता है। समापन पर प्रसाद वितरित किया गया। आयोजक पंकज अग्रवाल, नीति अग्रवाल, आयुष अग्रवाल, मीनाक्षी अग्रवाल, संदीप चाणक्य, सपना, शैफाली, नीती, रचना, अनुभा, अंशिता, अनिका, आरना, सरला गुप्ता, श्वेता, देवेंद्र, नय्यम, हिमांशु आदि मौजूद रहे।

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मानव जीवन को सार्थक बनाओ

अलीगढ़ : मानव जीवन बहुत ही मुश्किल से प्राप्त होता है। इसे सार्थक करने के लिए मनुष्य को हर जतन करना चाहिए। यह बातें संत निरंकारी मिशन की ओर से रेलवे स्टेशन के नजदीक सत्संग भवन में आयोजित सत्संग में पीतंबर शर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि मानव जीवन का अर्थ व्यक्ति को समझना होगा। विशालता, प्रेम, करूणा, उदारता को धारण करने वाला ही सही अर्थो में मानव है। समापन पर लंगर में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर जीएस गगन, इंदू शर्मा, प्रेमपाल सिंह, सुरेश कुमार, धर्मेद्र जौहरी, दयाराम गुप्ता, चरन सिंह, रामबाबू शर्मा, केदार वर्मा, रामकुमार शर्मा, हरेंद्र कौर, डा. निरंजन लाल आदि मौजूद थे।

रक्तदान शिविर 11 मई को

अलीगढ़ : संत निरंकारी मिशन की ओर से 11 मई को रक्तदान शिविर आयोजित किया गया है। सुभाष चंद्र सिंघल ने बताया कि रेलवे स्टेशन के नजदीक संत निरंकारी सत्संग भवन में सुबह नौ बजे से शुरू होगा। सिंघल ने कहा कि संत निरंकारी का मिशन है कि खून नालियों में नहीं बल्कि नाड़ियों में बहे।

मन को वश में रखो

अलीगढ़ : पला स्थित कबीर नगर में सावन कृपाल रूहानी मिशन की ओर से सत्संग आयोजित किया गया। ऊषा चौहान ने कहा कि मनुष्य को अपने मन को वश में रखना चाहिए। यदि वह मन पर विजय प्राप्त कर लेता है, तो फिर हर जगह उसी की जीत होगी। उन्होंने कहा कि आज का व्यक्ति एकाग्र नहीं हो पाता। उसका मन विचलित रहता है। वह एक ही दिन में सबकुछ पा लेना चाहता है। उसे यह नहीं पता की वर्षो की बिगड़ी बात एक दिन में कैसे बन जाएगी। इसलिए शांत चित से प्रभु का स्मरण करें तो उसके जीवन में निश्चित बदलाव आएगा। नीलम चौहान ने कहा कि प्रभु ने कर्म को ही भक्ति से जोड़ा है। इसलिए सभी को अपने कर्म करते रहना चाहिए। मायादेवी ने सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद ग्रहण कराया।


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