माफ कीजिए..महिलाओं की हिफाजत नहीं कर पाएंगे
वरिष्ठ संवाददाता, अलीगढ़ : एसपी रेलवे के आदेश का यहां जीआरपी थाने में खूब मखौल उड़ रहा है। पैसेंजर ट्रेनों में स्क्वाड लगाकर महिलाओं की हिफाजत करने का आदेश था मगर एक माह बाद भी पालन नहीं हुआ।
ट्रेन में छेड़खानी की बढ़ती वारदातों के मद्देनजर एसपी रेलवे वजीह अहमद ने एक महीना पहले जीआरपी को निर्देश दिया था कि उन ट्रेनों में स्क्वाड की फौरन व्यवस्था की जाए जिनमें महिलाओं से छेड़खानी होती है। पैसेंजर ट्रेन में आज भी स्क्वाड की व्यवस्था नहीं हो सकी।
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मुसाफिरों का दर्द
नगला मसानी में रहने वाली एक महिला दिल्ली में नौकरी करती हैं वह छुंट्टी के दिन छोड़ रोजाना पैसेंजर ट्रेन से जाती-आती हैं। रास्ते में छेड़छाड़ होती है उनका कहना है कि कई बार रेलवे अधिकारियों से शिकायत की मगर सुनवाई नहीं हुई।
सराय हकीम में रहने वाले कारोबारी का कहना है कि वह इमरजेंसी में अपनी बीवी के साथ रात डेढ़ बजे वाली ईएमयू से दिल्ली गए थे। खुर्जा तक सफर ठीक रहा। खुर्जा में दूधिये ट्रेन में चढ़ गए और महिलाओं से छेड़छाड़ शुरू कर दी। विरोध करने पर मारपीट पर आमादा हो गए।
अकराबाद के गांव भिलावली निवासी रमेश कहते हैं कि पैसेंजर ट्रेन में सफर से तौबा कर ली। दूधिये तो महिलाओं से सरेआम छेड़छाड़ करते हैं।
सूरतेहाल
-रोजाना आमदनी-10 लाख रुपये
-मुसाफिर संख्या-30 हजार
-ट्रेन आवागमन - 130 मेल-पैसेंजर
इनका कहना है
एसपी ने स्क्वाड लगाने को कहा था। ये निर्देश मौखिक था। जब लिखित आदेश मिलेगा तब अमल करेंगे।
-नफीस अहमद, इंस्पेक्टर, जीआरपी
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मुसाफिरों की सुरक्षा का जिम्मा रेलवे पुलिस का है, विशेषकर महिलाओं का। महिलाओं की हिफाजत के इंतजाम होने चाहिए।
-एके शुक्ला, स्टेशन अधीक्षक
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