बूथों पर मतदान कर्मियों की रंगों से होगी पहचान, ये हुई तैयारी
पीठासीन के साथ मतदान अधिकारियों के पहचान पत्र का रंग होगा अलग। मतदाताओं की भीड़ में आसानी से होगी पहचान इतर मिलने पर होगी कार्रवाई।
आगरा, जेएनएन। मतदान के दौरान मतदेय स्थलों का मुआयना करते समय प्रेक्षकों को पोङ्क्षलग पार्टियों के कर्मियों से परिचय लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्हें उनके पहचान पत्र के रंग से पहचान लिया जाएगा। इसके लिए पीठासीन और अन्य मतदान अधिकारियों को अलग अलग रंग का पहचान पत्र दिया जा रहा है। सहायक निर्वाचन अधिकारी ने सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ कर्मचारियों को निर्देश जारी किए हैं।
लोकसभा चुनाव में अलग-अलग कंधों पर जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। तीसरे चरण का मतदान 23 अप्रैल को होना है। बचे दिनों को देखते हुए विकास खंडवार सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ अन्य नोडल अधिकारियों को सजग कर दिया गया है। जो भी तैयारियां शेष हैं उन्हें युद्ध स्तर पर पूरा कराया जा रहा है। मतदान दिवस मतदान दिवस से एक दिन पूर्व पोङ्क्षलग पार्टियों के कर्मचारियों के साथ सुरक्षा जवान अपना अपना मोर्चा संभाल लेंगे। वीवीपैट और ईवीएम प्रशिक्षण का अंतिम चरण समाप्त हो गया है। इस कवायद में चुनाव ड्यूटी में लगे पीठासीन अधिकारियों के साथ प्रथम द्वितीय और तृतीय मतदान अधिकारी को अलग अलग रंग का पहचान पत्र जारी किया गया है। चार प्रमुख रंग के पहचान पत्र हैं। इसकी मदद से मतदान कर्मियों को आसानी से पहचाने जा सकेंगे। रंग के इतर कर्मचारी के मिलने पर उसे संदेह के घेरे में लिया जाएगा। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत कार्रवाई भी की जाएगी।
किसे कौन से रंग का मिलेगा पहचान पत्र
नीला- पीठासीन अधिकारी
सफेद-प्रथम मतदान अधिकारी
गुलाबी-द्वितीय मतदान अधिकारी
पीला- तृतीय मतदान अधिकारी
आयोग द्वारा पीठासीन के साथ मतदान अधिकारियों को अलग अलग रंग के पहचान पत्र देने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। बगैर पहचान पत्र के मतदान केंद्र या बूथ पर मिलने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत कार्रवाई भी की जाएगी। सभी को पहचान पत्र दे दिए गए हैं।
- प्रेम प्रकाश, सहायक निर्वाचन अधिकारी।