Move to Jagran APP

धनौली की फिजा बिगाड़ने की कोशिश, भगवान की मूर्तियां खंडित कीं

- नगला शंकरलाल में तीन मंदिरों में मूर्तियां खंडित, हंगामा, जाम लगाने का प्रयास, पुलिस ने नई मूर्तियां स्थापित कर संभाली स्थिति

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Jan 2019 09:00 AM (IST)Updated: Mon, 21 Jan 2019 09:00 AM (IST)
धनौली की फिजा बिगाड़ने की कोशिश, भगवान की मूर्तियां खंडित कीं
धनौली की फिजा बिगाड़ने की कोशिश, भगवान की मूर्तियां खंडित कीं

आगरा, जेएनएन। धनौली के नगला शंकरलाल में अराजक तत्वों ने फिजा बिगाड़ने का प्रयास किया। शनिवार की रात तीन मंदिरों में मूर्तियां खंडित कर दी गई। रविवार सुबह जानकारी होने पर लोगों में आक्रोश फैल गया। मौके पर पहुंचे ¨हदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। पुलिस ने तत्काल नई मूर्तियां मंगवाकर स्थापित कराई तभी लोगों का गुस्सा शांत हुआ।

loksabha election banner

जगनेर मार्ग स्थित नगला शकरलाल के मंदिर में शिव परिवार समेत अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। रविवार सुबह छह बजे ग्रामीण मंदिर की सफाई को गए तो शिव प्रतिमा खंडित मिली। जानकारी पर ग्रामीण और ¨हदू संगठन के सदस्य पहुंच गए। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। इलाके में तनाव की आशंका पर पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया। पुलिस ने शिव-पार्वती की नई मूर्ति स्थापित कराकर ग्रामीणों को शांत किया।

एक अन्य मंदिर में दुर्गा मा की मूर्ति खंडित देख लोग फिर भड़क गए। उन्होंने अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दी है। शाम को युवक जगनेर रोड पर दौड़ लगाने गए थे। वहां प्रजापति धर्मशाला के पास मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति भी खंडित मिली। सैकड़ों ग्रामीणों ने नारेबाजी कर सड़क पर जाम लगाने का प्रयास किया। पुलिस ने आश्वासन देकर उन्हें शांत कराया। पुलिस अराजक तत्वों के बारे में पता लगा रही है। आक्रोश जताने वालों में कुश्वेंद्र वरुण, ताराचंद, योगेश, मनीष सोनी, भूपेंद्र शर्मा, भरत लाखोरिया, राहुल चौहान, रोहित, हेमंत, धमर्ेंद्र, निरोती, बृजेश आदि रहे।

200 वर्ष पुराना है मंदिर

ग्रामीणों की मानें तो नगला शंकरलाल में मा दुर्गा का मंदिर 200 वर्ष से ज्यादा पुराना है। इससे 50 मीटर दूर स्थित शिव मंदिर की स्थापना 1935 में हुई थी। वहीं, इसी मार्ग पर स्थित हनुमान जी की मूर्ति भी प्राचीन बताई गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.