37 की जगह 39 बीमारियों की स्क्रीनिंग करेगी RBSK टीम, जानें क्या है प्लानिंग Agra News
जन्मजात रोगों के साथ टीबी और कुष्ठ रोग को किया गया शामिल। जन्म से लेकर 18 वर्ष तक बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य पर है नजर।
आगरा, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम (आरबीएसके) की टीम अब 37 की जगह 39 बीमारियों की स्क्रीनिंग करेगी। अभी तक आरबीएसके टीम जन्म से लेकर 18 साल तक के बच्चों में जन्मजात दोषों व रोगों को मिलाकर 37 बीमारियों की स्क्रीनिंग करती थी, लेकिन अब टीम टीबी और कुष्ठ रोग की भी स्क्रीनिंग होगी ।
सीएमओ डॉ. मुकेश कुमार वत्स ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित आरबीएसके की टीम को कुष्ठ, टीबी अन्य स्वास्थ्य दशाओं की जांच के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया है। अभी तक आरबीएसके की टीमें जन्म से लेकर 18 साल तक के बच्चों में जन्मजात दोष, रोग, विकास में देरी व किशोर-किशोरी की स्क्रीनिंग करती हैं। इसके लिए स्कूलों में प्रतिवर्ष एक बार और आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रतिवर्ष दो बार भ्रमण कर जांच किया जाता है। यहां से जो बच्चे जन्मजात दोषों से ग्रसित मिलते हैं उन्हें उपचार कराने के लिए संबंधित सीएचसी-पीएचसी एवं उच्च स्तरीय चिकित्सालय पर संदर्भित किया जाता है।