मूल्य आधारित जिदंगी के लिए प्रेरणा देती हैं ये कहानियां
जागरण संवाददाता, आगरा: कहानियां मूल्य आधारित जिदंगी के लिए प्रेरणाएं देती हैं। इनमें सामाजिक जीवन का
जागरण संवाददाता, आगरा: कहानियां मूल्य आधारित जिदंगी के लिए प्रेरणाएं देती हैं। इनमें सामाजिक जीवन का जीवंत चित्रण हैं। मानव जीवन को रचनात्मक दिशा में प्रवृत्त करने वाले उच्च आदर्शो को प्रतिष्ठापित करने में यह कहानियां सक्षम हैं।
यह उद्गार साहित्यकार- वरिष्ठ पत्रकार विभांशु दिव्याल ने रविवार शाम फतेहाबाद रोड स्थित होटल जेपी पैलेस में सहयात्रा साहित्यिक संस्था द्वारा आयोजित पुस्तक विमोचन समारोह में विमोच्य कृति की समीक्षा करते हुए व्यक्त किए। इससे पूर्व रिटायर्ड पुलिस उपाधीक्षक छैलबिहारी लाल चतुर्वेदी के कहानी संग्रह ऋषम की ताई का लोकार्पण किया गया।
समारोह अध्यक्ष उप्र रत्न बालकृष्ण गुप्त, मुख्य अतिथि विभांशु दिव्याल, कृतिकार छैलबिहारी लाल, कृति के संपादक द्वय कैप्टन व्यास चतुर्वेदी, डॉ. स्मिता चतुर्वेदी, डॉ. अमी आधार निडर, राष्ट्रीय कवियत्री डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा, संयोजक मुकुल चतुर्वेदी, डॉ. मनोज चतुर्वेदी, कुमार ललित मंचस्थ रहे।
मुख्य अतिथि श्री दिव्याल ने कहानीकार में अपार संभावनाएं बताई। कहा कि संग्रह की कहानियां हृदयस्पर्शी और संवेदना के धरातल पर रची गई हैं, इनमें मनोवैज्ञानिक विश्लेषण सराहनीय है। आरबीएस कॉलेज की ¨हदी प्रवक्ता डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा ने संग्रह की तौलिया कहानी का वाचन और अपने गीत डोर जब टूटे सांसों की का गायन कर सभी को भाव-विभोर कर दिया। सज्जाकार पंकज वर्मा और नितिन जैन का सम्मान किया गया।
आयुषी चतुर्वेदी ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। हरेश चतुर्वेदी, निधि चतुर्वेदी, अंकित चतुर्वेदी, अंशुमान चतुर्वेदी ने स्वागत किया। नूतन अग्रवाल ने सहयोग किया। संचालन कुमार ललित, संयोजन मुकुल चतुर्वेदी और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. स्मिता चतुर्वेदी ने किया।