ताज की सैर कराने पर नितिन को राष्ट्रपति ट्रंप से मिला स्पेशल गिफ्ट, ऐसे जताई खुशी
कटरा फुलेल निवासी टूरिस्ट गाइड नितिन सिंह करा रहे हैं ट्रप को परिवार सहित ताज के इतिहास से रूबरू।
आगरा, जेएनएन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी पत्नी को सोमवार को ताजमहल की विजिट कराने वाले गाइड नितिन सिंह शाम चार बजे तक तो गाइड थे, लेकिन छह बजे के बाद वो सेलेब्रिटी बन गए। ताजमहल में ट्रंप के साथ टीवी पर उन्हें देख उनके रिश्तेदारों व शुभचिंतकों में खुशी की लहर दौड़ गई। ट्रंप की विजिट पूरी होने के बाद उनको लगातार शुभकामना संदेश देने वालों के फोन घनघनाने लगे।
अमेरिकन एंबेसी ने अमेरिकी राष्ट्रपति की ताजमहल विजिट के लिए कई गाइड का साक्षात्कार किया था। इनमें से ताजगंज के कटरा फुलेल निवासी नितिन सिंह को ट्रंप को ताजमहल घुमाने के लिए चुना गया। ताजमहल में वो अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ एक घंटे से अधिक समय तक रहे। उनकी हर जिज्ञासा को उन्होंने शांत किया।
नितिन सिंह ने बताया कि ट्रंप गुजरात के मोटेरा स्टेडियम में 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम में भाग लेकर लौटे थे और ताज देखने को काफी उत्साहित थे। पूरी विजिट में उनका यह उत्साह बरकरार रहा। इससे पूर्व भी उन्होंने कई राष्ट्राध्यक्षों को घुमाया है, लेकिन ट्रंप की यह विजिट उनके लिए जिंदगी भर न भुलाने वाला लम्हा बन गई है।
पहला सवाल था कि इसको किसने बनाया
एक तरफ दुनिया को अपने शफ्फाक हुस्न से कायल कर देने वाली खूबसूरत इमारत और दूसरी तरफ दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के सबसे बड़े नेता। एक को दूसरे के दिल की बात समझाने का माध्यम बनने का मौका। आगरा के कटरा फुलेल निवास नितिन सिंह को जब मौका मिला तो मन खूशी से झूम उठा। ट्रंप की विजिट के दौरान के पलों को साझा करते हुए नितिन ने बताया कि अहमदाबाद की सफल विजिट के बाद ट्रंप आगरा आए थे। उनका मूड बहुत ही अच्छा था। ताजमहल में घुसते ही ट्रंप का पहला सवाल था कि इसको किसने बनाया। इसके बाद पूछा कि ताज को बनाने वाले कारीगर कहां से आए थे। जब नितिन ने ताज के इतिहास के बारे में जानकारी दी तो इससे वो बहुत ही खुश हुए। सेंट्रल टैंक के भ्रमण के बाद उन्होंने अपनी पत्नी के साथ वाटर लेन के किनारे वॉक की। असली कब्रें देखने के दौरान जब उन्हें पच्चीकारी की जानकारी दी तो जाली के काम से काफी खुश हुए।
ट्रंप इससे पहले तक समझ रहे थे कि जितने भी रंगीन पत्थर लगे हैं, वो पेंटिंग हैं, लेकिन जब उन्हें बताया कि ये सभी पत्थर नगीने हैं, जो कि दुनिया के अलग-अलग देशों से मंगवाए गए हैं तो वो काफी प्रभावित हुए। उन्हें ये सुनकर भी बड़ा अजीब लगा कि जिस बादशाह ने इतनी भव्य इमारत बनवाई उसे आठ साल कैद में भी रहना पड़ा। ट्रंप सुरक्षा कारणों के कारण यमुना किनारे की ओर नहीं गए। हालांकि, वे मस्जिद की तरफ मीनार के कोने तक वे गए और वहां से सूर्यास्त भी देखा। इसके बाद उन्होंने वहीं से ताज को निहारा। डूबते हुए सूरज की रोशनी में जब उन्होंने ताज को निहारा तो वे बहुत ही खुश हुए। ताज पर जो रोशनी पड़ रही थी, इससे वो काफी प्रभावित हुए। उन्होंने मार्बल के बारे में भी जानकारी ली कि ये पत्थर कहां से मंगवाया गया। नितिन ने बताया कि ट्रंप ताज की सफाई के बारे में जानने के लिए भी उत्सुक थे। उन्होंने अब तक कितनी बार ताज सफाई हो चुकी है और कैसे होती है जैसी जानकारी भी ली। ताज में लगे ब्लैक मार्बल के बारे में भी सवाल पूछे। उन्हें डयना बेंच के बारे में भी बताया।
ट्रंप ने दिया स्मृति चिह्न
नितिन को अमेरिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्मृति चिह्न दिया। सील की तरह बने स्मृति चिह्न पर डोनाल्ड ट्रंप का नाम और संयुक्त राज्य अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति लिखा हुआ है।
ट्रंप का तोहफा जीवनभर रहेगा याद
अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रंप ताजमहल के भ्रमण के बाद गाइड नितिन सिंह को उपहार भी देकर गए। डोनाल्ड ट्रंप, प्रेसिडेंट ऑफ यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका लिखा हुआ स्मृति चिह्न जब ट्रंप ने नितिन को भेंट किया तो वो पल उनके लिए यादगार बन गया। नितिन का कहना है कि ट्रंप की भेंट को वो जीवनभर संभाल कर रखेंगे।
कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों को भ्रमण करा चुके हैं
नितिन इससे पूर्व कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों को ताजमहल का भ्रमण करा चुके हैं। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो, मंगोलिया के राष्ट्रपति खाल्तमाजीन बाटुल्गा, डेनमार्क के प्रधानमंत्री लौक्के रासमुसेन, बेल्जियम के राजा फिलिप को वो ताज में भ्रमण करा चुके हैं।
कमल गुप्ता ने इवांका को कराया भ्रमण
ट्रंप की बेटी इवांका और उनके पति जेरेड कुश्नर को ताज का भ्रमण टूरिस्ट गाइड कमल गुप्ता ने कराया। उन्होंने बताय कि इंवाका ने कभी सोचा नहीं था कि तस्वीरों से अधिक ताजमहल हकीकत में खूबसूरत दिखता है। पति जेरेड कुश्नर के साथ ताज के दीदार को लेकर वे काफी रोमांचित थीं। इवांका जब मेन आर्च से अंदर गईं तो काफी रोमांचित थीं। इवांका ये देखकर काफी प्रभावित हो रही थीं कि मार्बल के पत्थर से भी इतनी खूबसूरत इमारत बन सकती है और एक पति अपनी पत्नी के लिए इतनी सुंदर चीज बनवा सकता है। इवांका ने ताज के इतिहास के साथ इसे बनाने वाले कारीगरों के बारे में जानकारी ली।
इवांका मेन प्लेटफार्म से आगे नहीं गईं इसलिए आर्ट वर्क के बारे में ज्यादा नहीं जान सकीं। ताज को देखकर उनका कहना था कि वो जीवन में एक बार ताज का दीदार करना चाहती थीं, लेकिन अब देखने के बाद दोबारा आना चाहती हैं। कमल ने बताया कि इवांका का कहना था कि सिर्फ 22 साल में इतनी भव्य इमारत कैसे बन सकती है। इसे बनाने में कितने लोगों की मौत हुई। वो इसकी खूबसूरती से अधिक प्रभावित हुईं। उन्होंने फोटो भी खूब खिंचवाईं। इवांका का पति के साथ बहुत अच्छा रिश्ता था। वो पीएम मोदी का धन्यवाद कर रही थीं। उनकी मेहमाननवाजी से प्रभावित थीं। वो व्हाइट हाउस के इंस्ट्रक्शन के कारण सेंट्रल टैंक से आगे नहीं जा सकीं। उन्हाेंने अंदर के बारे मे जानकारी भी ली। ताज को बनवाने में पैसा, लोग कैसे आए, पच्चीकारी, बगीचे आदि के बारे में भी जानकारी ली। शाहजहां मुमताज की कहानी के बारे में भी उन्होंने जाना। कमल का कहना था कि पहले भी कई राष्ट्राध्यक्ष और वीवीआइपी को भ्रमण करा चुका हूं, लेकिन ये क्षण यादगार है।