मंडी सईद खा में लोग चंदा जुटाकर करा रहे सीवर लाइन की सफाई
- सफाई और रास्ते बदहाल, नगर निगम के अफसरों को कई बार लिखें पत्र, नहीं हुआ समाधान
आगरा, जागरण संवाददाता। एक तरफ नगर निगम स्वच्छता का बिगुल बजा रहा है, दूसरी तरफ शहर के लोग चंदा जुटाकर सीवर साफ कराने को मजदूर हैं। मंडी सईद खां की यही हकीकत है। यहां पर सीवर, कूड़ा, स्ट्रीट लाइट बड़ी समस्या है।
मंडी सईद खां में घुसते ही नालियों में भरा कचरा दिखता है। सीवर लाइन के मेनहोल टूटे हुए हैं। इनसे निकलने वाला गंदा पानी सड़कों पर गंदगी और दुर्गध फैला रहा है। क्षेत्र के निवासियों ने बताया कि कई बार निगम अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन हर बार आश्वासन दे दिया जाता दिया है। परेशान लोगों ने चंदा करके सीवर व सफाई की समस्या का समाधान कराया है। सफाई कर्मचारियों को भी चंदा करके ही पैसा देते हैं।
खराब हैं हैंडपंप
गलियों में लगे हैंडपंप वर्षो से खराब हैं। इनके पास लोगों ने डलावघर बना लिया है। गली में घुसते ही हैंडपंप के नीचे कचरे के ढेर नजर आते हैं।
खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट
गलियों में लगी स्ट्रीट लाइट खराब हैं। कुछ खंभों पर लाइट ही नहीं हैं। शाम होते ही अंधेरा पसर जाता है। इस कारण सन्नाटा छाया रहता है।
अधूरी छोड़ी सड़कें
अधिकतर रास्ते सीमेंटेड हैं, लेकिन कई सड़कें बीच-बीच में छोड़ दी गई हैं। यहां पर टाइल्स बिछा दी गईं। ऊंची नीची टाइल्स से अक्सर बच्चे ठोकर खाकर घायल हो जाते हैं।
बंदरों का जबरदस्त उत्पात
यहां पर बंदरों का जबरदस्त उत्पात है। बच्चों का घर निकलना मुश्किल हो जाता है। घर की रेलिंग पर हर समय बंदर घूमते रहते हैं। मौका मिलते ही वह हमला कर देते हैं।
सफाई कर्मचारी नहीं आते हैं। उनकी शिकायत करो तो वे झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं।
नसरीन
नालियों की सफाई करके सिल्ट सड़क पर डाल देते हैं। कई दिन बाद उठाते हैं। इससे पहले ही वह नाली में भर जाती है।
संजय
अधिकतर गली सीमेंटेड हैं, लेकिन हमारी गली में टाइल्स है। ऊंचे-नीचे टाइल्स की वजह से हादसे का खतरा रहता है।
नरेश दिवाकर
यहां के निवासी घर के कचरे को रास्ते में डाल देते हैं। वह नाली में भर जाता है। इससे काफी दिक्कत होती है।
डॉ. देवेंद्र कुमार