कार्यप्रणाली में बदलाव से जागी DVVNL में सुधार की उम्मीद, बना रूट मैप Agra News
दक्षिणांचल का हर माह दो साैै करोड़ रुपये रहता है उपभोक्ताओं पर बकाया। नई एमडी सौम्या अग्रवाल ने पुरानी कार्यप्रणाली में सुधार लाने को शुरू किए प्रयास।
आगरा, जागरण संवाददाता। डीवीवीएनएल जितना कमाता है उससे अधिक उसका खर्चा है। हर माह दो सौ करोड़ रुपये तो उपभोक्ताओं पर उसका बकाया रहता है। लगातार घाटे में चलने के कारण विभाग की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है। नई एमडी ने पुरानी कार्यप्रणाली को सुधारने के प्रयास शुरू कर दिया है। उन्होंने विभाग का उचित तरीके से काम नहीं करने वाली फर्मो पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इससे विभाग की स्थिति में सुधार की उम्मीद जगी है।
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) की एमडी सौम्या अग्रवाल को कार्यभार संभाले गुरुवार को एक महीना पूरा हो गया है। इस बीच उन्होंने कई कार्यों में परिवर्तन किया है। कुछ कंपनियों पर कार्रवाई और कई को नोटिस दिया है। एमडी ने पुरानी कार्य प्रणाली से ही डीवीवीएनएल की दशा बदलने की पहल शुरू की है। उन्होंने बिजली चोरी पकड़ना, लाइन लॉस को खत्म करना राजस्व वसूली को बढ़ाना जैसे कई बिंदुओं पर सख्ती की है। जन सुविधा केंद्रों पर बिल जमा करने की व्यवस्था बेहतर की गई है। इस वक्त डीवीवीएनएल का खर्चा कमाई से ज्यादा है। यही कारण है विभाग घाटे के डूब रहा है। राजस्व वसूली का फीसद बढ़ाने को अभियंताओं को लक्ष्य निर्धारित किया जाएगा और गलत मीटर रीडिंग करने वाली कंपनी के खिलाफ मुकदमा कराया जा रहा। किसानों के दस घंटा बिजली देने वाले सवाल पर एमडी ने कहा कि किसानों को दस घंटा बिजली सप्लाई सही है। इससे सिंचाई का कार्य पुरा हो जाएगा।
कंपनियों की रोकी 20 करोड़ की राशि
एमडी ने महीना भर में समय से कार्य पूर्ण न करने वाली व नियमों के विरुद्ध कार्य करने वाली कंपनियों की बीस करोड़ रुपये की धनराशि रोक दी है।