Unlock-1: बिहारी जी के भक्तों को करना होगा अभी इंतजार, खुलेंगे बस जन्मभूमि के द्वार
Unlock-1 प्रशासन की गाइड लाइन के अनुसार दस जून से होंगे द्वारिकाधीश के दर्शन।
आगरा, जेएनएन। कान्हा के भक्तों के लिए राहत की खबर है। आठ जून से मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि के द्वार भक्तों के लिए खुल जाएंगे। हांलाकि प्रशासन की गाइड लाइन के अनुसार एक बार में सिर्फ पांच भक्त की प्रवेश कर सकेंगे। वहीं दस जून से द्वारिकाधीश मंदिर में दर्शन भक्तों केे लिए शुरू होंंगेे। जबकि वृंदावन में बांके बिहारी के भक्तों का इंतजार अभी और लंबा चलेगा। मंदिर के पट फिलहाल 30 जून तक बंद रहेंगे। इसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा।
8 जून से मंदिरों के पट खोलने के सरकार के निर्देश के बाद रविवार दोपहर को मथुरा जिला प्रशासन ने प्रमुख मंदिरों के सेवायत और प्रबंधतंत्र के साथ बैठक की। डीएम सर्वज्ञ राम मिश्रा ने प्रबंधन को सरकार की गाइडलाइन लागू करते हुए अंदर की जिम्मेदारी संभालने की बात कही। जबकि जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया मंदिर के बाहर भीड़ नियंत्रण आदि व्यवस्था जिला प्रशासन और पुलिस संभालेगी। लेकिन अंदर की पूरी व्यवस्था मंदिर प्रशासन को ही करनी होगी। इसे लेकर कई मंदिर प्रबंधन असमंजस में रहे। इसके बाद दूसरी बैठक शाम हो हुई जिसमें मंदिरों के खोले जाने की स्थिति स्पष्ट हो सकी। नई व्यवस्था के अनुसार आठ जून से जन्मभूमि, दस जून से द्वारिकाधीश मंदिर केे पट खोले जाएंगे। जबकि बांकेे बिहारी मंदिर 30 जून तक बंद रहेगा। इसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। क्योंकि सबसे अधिक भीड़ वृंदावन के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में होती है। यहां मंदिर खोलने के दौरान भीड़ को नियंत्रित करना बड़ी चुनौती होगी। एक बार में मंदिर के अंदर केवल 5 श्रद्धालु ही जा सकते हैं, ऐसे में भीड़ का दबाव अधिक बढ़ेगा ऐसे में मंदिर की पूजा व्यवस्था यथा स्थिति रहेगी।
मथुरा के श्री कृष्ण जन्म स्थान प्रबंधन ने मंदिर खोलने को लेकर सहमति जता दी। 10 जून से द्वारिकाधीश मंदिर भी खुलेगा। मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि प्रबंधतंत्र ने मंदिर के अंदर की सारी व्यवस्थाएं कर ली हैं। जबकि प्रशासन ने बाहर की जिम्मेदारी निभाने का आश्वासन दिया है। उधर गोवर्धन में 8 जून से परिक्रमा शुरू करने को भी प्रशासन ने हरी झंडी दे दी है। परिक्रमा मार्ग का करीब 1 किलोमीटर का एरिया राजस्थान सरकार के अधीन है। एसडीएम गोवर्धन राहुल यादव ने बताया कि राजस्थान प्रशासन से इस बाबत बात की जा रही है। उधर बलदेव में दाऊ जी मंदिर खोलने पर फैसला मंदिर प्रबंधन दस जून को बैठक कर करेगा। उधर कासगंज में भी मंदिरों प्रबंधनों ने मंदिर खोले जाने में अभी असमर्थता जता दी है।