Onion Rate Down: जिसने गिराईंं सरकारें आज वो ही बहा रही आंसू, कौडि़यों के दाम बिक रही प्याज
Onion Rate Down खपत आधी रह गई है लेकिन आवक भरपूर है। इसलिए दाम भी घट गए हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। केंद्र की सरकारों को हिलाने वाली प्याज इन दिनों भाव के लिए तरस रही है। लॉकडाउन में रास्ते, बाजार सब लॉक हुआ तो खपत घट गई। बाजार नहीं मिल पाने और भरपूर आवक के कारण थोक दाम घटकर नौ रुपये प्रति किलो रह गए हैं।
सिकंदरा फल एवं सब्जी मंडी में इन प्याज की आवक भरपूर हो रही है। लॉकडाउन शुरू होने से पहले प्याज के भाव थोक में 18 से 20 रुपये प्रति किलो थे। बाजार लॉक हुआ तो दामों भी गिरने शुरू हो गए। दाम गिरकर छह रुपये प्रतिकिलो तक पहुंचे और कई दिनों तक यहीं टिके रहे। अनलॉक की आहट ने दामों में भी कुछ राहत दी और जून की शुरूआत से ही दाम तीन रुपये की उछाल के साथ ये नौ रुपये प्रति किलो पहुंच गए।
तीन राज्यों से होती है आवक
थोक विक्रेता कफीलउद्दीन और दिलीप ने बताया कि प्याज महाराष्ट्र, राजस्थान और मप्र से आवक होती है। प्रतिदिन दो गाडी प्याज आती है, जिसकी सप्लाई शहर में जाती है। वर्तमान में राजस्थान और मप्र से प्याज आ रही है। इस समय शहर में मांग बहुत कम है, जिससे खपत आधी रह गई है, लेकिन आवक भरपूर है। इसलिए दाम भी घट गए हैं।
होटल बंद, 800 से 400 पैकेट रह गई खपत
थोक विक्रेता अनीस ने बताया कि शहर में होटल, ढाबे, रेस्टोरेंट और ठेल वालों के यहां प्याज की ज्यादा खपत होती थी। लॉकडाउन में सबकुछ बंद हुआ तो मांग घट गई। पहले 800 पैकेट प्रतिदन शहर में जाता था, लेकिन अब 300 से 400 पैकेट की खपत रह गई है।
अक्टूबर में सरकार ने बिकवाई थी प्याज
गत वर्ष अक्टूबर में प्याज के दामों ने उछाल आया था। थोक के दाम भी 60 रुपये प्रतिकिलो को पार कर गए थे। इसके बाद सरकार ने दाम पर नियंत्रण के लिए कालाबजारी पर नकेल कसी थी। छापेमारी हुई थी और उद्यान विभाग, मंडी परिषद ने स्टॉल लगवाकर शहर में 33 रुपये प्रति किलो प्याज बिकवाई थी।
फुटकर में 15 से 20 रुपये किलो है दाम
प्याज के दाम थोक में भले ही नौ रुपये प्रति किलो हो, लेकिन फुटकर में ये दाम 15 से 20 रुपये किलो हैं। ठेल वाले दो गुने दामों पर शहर में प्याज बेच रहे हैं, जिस पर कोई लगाम नहीं है।
प्याज के दाम प्रतिदिन निर्धारित होते है। आवक और खपत के हिसाब से ये प्रकि्रया होती है। इसलिए आपूर्ति भरपूर है और मांग कम है।
शिवकुमार राघव, मंडी सचिव