आगरा के रेड लाइट ऐरिया में बेच दी गईं कोलकाता की चार युवतियां
मंगलवार को अधिकारियों ने फोर्स के साथ छापा मारकर चारों को बरामद कर लिया, इस इलाके से 11 महिलाएं और पांच युवक पकड़े गए हैं।
आगरा (जागरण संवाददाता)। मानव तस्करी गिरोह ने पश्चिम बंगाल की चार युवतियों को धोखा देकर लाने के बाद ताजनगरी के रेड लाइट एरिया में बेच दिया। गिरोह के लोगों ने युवतियों को नौकरी दिलाने और प्यार का नाटक करके अपने जाल में फांसा था। मंगलवार को अधिकारियों ने फोर्स के साथ छापा मारकर चारों को बरामद कर लिया। इस इलाके से 11 महिलाएं और पांच युवक पकड़े गए हैं।
पश्चिम बंगाल के जिला 24 परगना निवासी 18 वर्षीय युवती को मानव तस्करी से जुड़े गिरोह के सदस्य ने दो महीने दोस्ती की। उसके साथ प्यार का नाटक करके अपने विश्वास में ले लिया। डेढ़ महीने पहले उसे ताज दिखाने के बहाने अपने साथ लेकर आया था। यहां छत्ता के कश्मीरी बाजार में बेचकर चला गया। युवती के परिजन उसकी रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद से तलाश में जुटे थे। एक सप्ताह पहले उनके पास किसी ने फोन किया। पुत्री के आगरा में होने की जानकारी दी।
इसके बाद वहां की क्राइम ब्रांच ने सूचना देने वाले फोन की लोकेशन पता कि तो वह आगरा की निकाली। युवती के यहां होने की पुष्टि के बाद मंगलवार क्राइम ब्रांच ने एसपी सिटी कुंवर अनुपम सिंह से मिलकर जानकारी दी।
रात करीब आठ बजे पश्चिम बंगाल की क्राइम ब्रांच ने एसपी सिटी, सीओ छत्ता बीएस त्यागी और प्रशिक्षु आइपीएस अपर्णा गुप्ता ने सेब का बाजार और कश्मीरी बाजार में संयुक्त कार्रवाई की।
करीब दो घंटे तक चली छापेमारी के बाद अधिकारियों ने अगवा युवती को बरामद कर लिया। यहां कैद तीन अन्य युवतियां जिनको नौकरी दिलाने के नाम पर लाकर बेचा था उन्हें भी बरामद कर लिया गया। इसके साथ ही 11 महिलाओं और पांच युवकों को पकड़ा गया है। एसपी सिटी ने बताया मामले में मुकदमा दर्ज कर की जा रही है।
दो लाख में किया था चारों का सौदा: पूछताछ में सामने आया है कि युवतियों को गिरोह ने दो लाख रुपये में बेचा था। गिरोह के सदस्य एक दर्जन से अधिक युवतियों को आगरा समेत विभिन्न शहरों में बेच चुके हैं।
दिल्ली के रेडलाइट एरिया में भेजने की थी तैयारी: युवतियों को यहां से दिल्ली और मुंबई के रेडलाइट एरिया में भेजने की तैयारी थी। महिलाओं को युवतियों के हाव-भाव से कुछ गड़बड़ी की भनक लग गई थी।
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सात दिन तक रखा भूखा-प्यासा: युवतियों ने बताया जिस्मफरोशी से इन्कार करने पर उनको एक सप्ताह तक भूखा-प्यासा रखा गया। लगातार यातनाएं दी जाती थीं। जबरन देह व्यापार के लिए राजी किया गया। इस दौरान उन्होंने भागने का प्रयास किया लेकिन सभी कोशिशें बेकार हो गईं।
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