नवजातों की मौत पर लीपापोती की कोशिश
जागरण संवाददाता, आगरा: लेडी लॉयल अस्पताल में सर्दी से तीन नवजातों की मौत पर पर्दा डालने की कोशिश शुरू हो गई है। बुधवार को पीड़िताओं पर दबाव बनाया जाता रहा, फिर सादा कागज पर अंगूठे लगवाए गए। इसे लेकर तीमारदारों ने हंगामा भी काटा। चार सदस्यीय टीम ने मामले की जांच की। पीड़िताओं के बयान लिए। इसकी रिपोर्ट गुरुवार को सौंपी जाएगी।
लेडी लॉयल अस्पताल में मंगलवार को तीन नवजात बच्चों की सर्दी से मौत हो गई थी, इसे लेकर हंगामा हुआ था। इसके बाद से अधिकारी मामले को दबाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक घटना के बाद एक पीड़िता रेनू की सास महादेवी को पूछताछ के नाम पर रात्रि 12 बजे से बुधवार सुबह 9 बजे तक करीब आधा दर्जन बार अधिकारियों के पास ले जाया गया। इसके बाद कुछ लोगों ने पीड़िता रेनू और उर्मिला पर दबाव बनाया। सूत्रों की मानें तो उन्हें किसी के सामने कुछ न बोलने की ताकीद की गई। साथ में दोनों से सादे कागजों पर अंगूठा लगवा लिया। इसके बाद डॉ. बीआर गौतम, डॉ. एके यादव, डॉ. मधु सिंघल व डॉ. संजय की टीम ने अस्पताल पहुंच मामले की जानकारी ली। दोनों पीड़िताओं के बयान लिए, जबकि तीसरी पीड़िता मंजू मंगलवार को भी अस्पताल से छुट्टी लेकर चली गई थी। जांच के संबंध में टीम के सदस्यों ने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया। बताया कि रिपोर्ट गुरुवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को सौंप दी जाएगी।
हालांकि सूत्रों की मानें तो जांच में बच्चों की मौत के पीछे उनकी नाजुक हालत को वजह बताने की तैयारी चल रही है। इस बीच अन्य तीमारदारों ने वसूली के आरोप और पीड़िताओं पर दबाव बनाने को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। बाद में अधिकारियों के समझाने पर वे शांत हुए।
उधर, अस्पताल में बुधवार को भी सर्दी से बचाव के कोई इंतजाम नहीं हुए। तीमारदारों ने अपने स्तर से कुछ हीटर लगा लिए हैं। मामले में लेडी लॉयल की प्रमुख अधीक्षिका डॉ. प्रभा उपाध्याय ने बताया कि सात दिन में अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधार ली जाएंगी।
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