बरसी आफत, ढहे मकान, महिला की मौत
जेएनएन, आगरा: अड़तालीस घंटे से लगातार हो रही झमाझम बारिश कस्बों और गांवों के लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गई। बरसात ने इस कदर कहर बरपाया कि दर्जनों मकान ढह गये। फतेहाबाद में मकान के मलबे में दबकर एक महिला की मौत हो गई। जगह-जगह भयंकर जलभराव के चलते गांव और कस्बों के रास्ते बंद हो गए हैं।
मलबे में दबकर हुई मौत
फतेहाबाद प्रतिनिधि के मुताबिक लगातार तीन दिन से हो रही बरसात ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। गुरुवार को ग्राम नगला हाजी निवासी महाकन सिंह की पत्नी 65 वर्षीय प्रेमा देवी एक कमरे में सामान लेने गई थी। तभी अचानक मकान की छत भरभरा कर गिर पड़ी। मलबे में दबी प्रेमादेवी को जब तक ग्रामीण बाहर निकालते, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना पर उप जिलाधिकारी फतेहाबाद रेखा एस चौहान, राजस्व निरीक्षक फतेहाबाद सरदार सिंह, उप निरीक्षक मेवाराम चौधरी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। वहीं ग्राम स्वारा में पीपल का पेड़ जड़ से उखड़ कर गिर पड़ा। इसकी चपेट में आने से हरी सिंह पुत्र छोटेलाल की भैंस मर गई।
फतेहाबाद में छतों पर डेरा
मूसलाधार बारिश से कस्बा फतेहाबाद की रामनगर कॉलोनी, ग्राम नगला गडरिया और पोखरिया के घरों में पानी भरने के कारण लोगों ने छतों पर डेरा जमा लिया है। रामनगर कालोनी में चार-चार फीट पानी हिलोरें ले रहा है। मकान स्वामी ऊंचे-ऊंचे मिट्टी के बंध बनाकर पानी रोकने का प्रयास कर रहे हैं। गुरुवार सुबह नगर पंचायत अध्यक्ष शैलेश यादव, सभासद सोनू गुप्ता, केरन सिंह, वीरेन्द्र सिंह ने मुहल्ले का निरीक्षण किया। पानी निकासी की व्यवस्था कराने का आश्वासन लोगों को दिया। वहीं ग्राम नगला गडरिया में पानी की निकासी के रास्ते को गांव के दबंगों ने रोक दिया है। दबंग पूर्व प्रधान राजवीर वर्मा का कहना है कि विगत 15 दिन पूर्व खंड विकास अधिकारी ने बरसात के पानी के निकासी के समय नाली बनाने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक नाली का निर्माण नहीं कराया गया है। वहीं ग्राम पोखरिया में जलभराव होने के कारण ग्रामीणों के कच्चे मकान दरकने शुरू हो गये हैं।
बाह क्षेत्र में बारिश का कहर
बाह और जैतपुर क्षेत्र में पिछले तीन दिन से हो रही बारिश ग्रामीणों पर कहर भी बरपा रही है। खेड़ा राठौर थाना क्षेत्र के देवपुरा निवासी मुंशीलाल के दो पुत्र रघुवीर व राजेश के गांव में मकान बने हुए हैं। बीती रात झमाझम बारिश के चलते दोनों भाइयों के मकान धराशायी हो गये। इससे उनका खाने पीने का सामान अनाज, चारपाई आदि मलबे में दब गया है। गनीमत रही कि जब मकान गिरा उस दौरान उसके अंदर कोई नहीं था, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। दोनों भाइयों का मकान धराशायी होने से वे खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर बने हुए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ितों को मुआवजा व आवास दिलाने की मांग की है।
एत्मादपुर में मकान ढहने का क्रम
तीन दिन से हो रही बारिश के कारण ग्रामीण अंचल में एक के बाद एक मकान ढह रहे हैं। ग्राम बिहारीपुर में आधा दर्जन से अधिक मकान जमींदोज हो गए है। गुरुवार दोपहर कुबेरपुर क्षेत्र के गांव भागूपुर में तेज बारिश व जलभराव के चलते प्रेमचन्द्र का मकान गिर गया, जिससे उसकी पत्नी सुधा दबकर बुरी तरह से घायल हो गई। ग्रामीणों ने कडी मशक्कत के बाद सुधा को मलबे से बाहर निकाला और इलाज के लिए आगरा भेजा।
दूसरी ओर ग्राम बिहारीपुर में बीती रात आधा दर्जन मकान गिर पडे़। तमाम घरों में दरार आ गयी है। जिनके मकान गिरे, उनमें रामजीलाल पुत्र धनीराम, चन्द्रपाल पुत्र केसरी, नेत्रपाल पुत्र रामसेवक, राजू पुत्र बंगाली, ओमप्रकाश पुत्र राजेन्द्र सिंह, नेपाल सिंह पुत्र पंचम सिंह शामिल हैं। वहीं रामबेटी पत्नी घनश्याम, राजबहादुर पुत्र लोटन सिंह, शंकर पुत्र राजपाल, पप्पू पुत्र रामवीर के घरों में दरार आ गई।
वहीं गुरुवार सुबह जूनियर हाईस्कूल दलेल नगर की 60 फीट लम्बी चारदीवारी गिरने से छात्रों में अफरा-तफरी मच गई। मुहल्ला सत्ता और सतौली में मकानों के दरकने का सिलसिला जारी है।
पड़ोसी ने दिया सहारा
रघुवीर और राजेश दोनों सगे भाइयों के मकान अचानक गिरने से वे खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। इसका रहम उनके पड़ोसियों को आ गया और उन्होंने हाल-फिलहाल दरवाजे पर पड़ी टीन सेट में रख लिया है।
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