आलू व्यापारी के पिता की हत्या कर शव टैंक में फेंका
आगरा (शमसाबाद): तीन दिन पहले गायब हुए आलू व्यापारी के पिता की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी गई। हत
आगरा (शमसाबाद): तीन दिन पहले गायब हुए आलू व्यापारी के पिता की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी गई। हत्यारों ने घर में बने पानी के टैंक में ही उनके शव को ठिकाने लगा दिया। शव से बदबू आने पर जानकारी हुई। पुलिस हत्या में किसी परिचित के शामिल होने की आशंका जता रही है।
शमसाबाद निवासी आलू व्यापारी लक्ष्मी नरायण शर्मा के पिता वेदप्रकाश शर्मा (70) बुधवार रात आगरा रोड स्थित एसएस डिग्री कॉलेज के पास अपने मकान में अकेले सोए थे। इसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला। परिजनों ने तलाश की, लेकिन सुराग नहीं मिला। इस पर उन्होंने गुमशुदगी दर्ज करा दी। शनिवार सुबह करीब सात बजे परिजन मकान पर पहुंचे, तो पानी के टैंक से बदबू आ रही थी। उन्होंने टैंक का ढक्कन खोलकर देखा, तो उसमें शव दिखाई दिया। इसके बाद पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से शव को बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन पानी में फूल जाने के कारण सफलता नहीं मिली।
सीओ फतेहाबाद डॉ. तेजवीर सिंह फोरेंसिक टीम के साथ पहुंचे। इसके बाद टैंक के आरसीसी के ढक्कन को तोड़कर शव को बाहर निकाला। वृद्ध के गले में रस्सी और उसमें लोहे का भारी रॉड बंधा था। धोती में सात हजार रुपये भी बंधे मिले। लक्ष्मी नरायण की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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परिचित का हाथ होने की आशंका
वेदप्रकाश की हत्या के पीछे किसी परिचित का हाथ हो सकता है। मकान से ऐसा कुछ नहीं गया है, जिससे यह साबित हो कि लूट के लिए हत्या की गई। उनकी धोती में सात हजार रुपये भी बंधे मिले हैं। इससे साफ है कि हत्या उनकी प्रॉपर्टी के लिए या अन्य किसी रंजिश में की गई है।
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तीन बिंदुओं पर जांच कर रही पुलिस
पुलिस तीन बिंदुओं पर जांच कर रही है। सीओ डॉ. तेजवीर सिंह ने बताया कि सबसे पहले वेद प्रकाश की प्रॉपर्टी के बारे में जानकारी की जा रही है। उनका कस्बे में मार्केट है और ऑटो पार्ट्स की दुकानें हैं। उनके नाम 18 बीघा जमीन भी है। पिछले दिनों संपत्ति की खरीद-फरोख्त की जानकारी भी की जा रही है। वृद्ध के पास शाम को कौन-कौन लोग बैठते थे। उनकी सूची तैयार की जा रही है। पुलिस उनसे पूछताछ कर सकती है।
वेद प्रकाश ब्याज पर रुपये देते थे। उन्होंने कई लोगों को उधार रुपये दे रखे थे। किस-किस से उनका लेनदेन था और इसमें पिछले दिनों उनका कोई विवाद तो नहीं हुआ? आलू व्यापारी के दो मकान थे। एक कस्बे में अंदर, जबकि यह मकान मार्केट में बनवा दिया था। उनके चार बेटे थे, जिनमें से एक की मौत हो चुकी है। सभी बेटे परिवार के साथ कस्बे के अंदर के मकान में रहते थे। वेद प्रकाश दस साल से इसी मकान में सोते थे।
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