व्यापारियों ने जड़ा विधायक उदयभान के घर ताला
आगरा: व्यापारियों के साथ लगातार आपराधिक घटनाओं से वैश्य समाज आक्रोशित है। अखिल भारतीय वैश्य एकता परि
आगरा: व्यापारियों के साथ लगातार आपराधिक घटनाओं से वैश्य समाज आक्रोशित है। अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद ने शनिवार से आंदोलन की शुरूआत करते हुए विधायक चौधरी उदयभान सिंह के घर पर ताला डाल कर प्रदर्शन किया। मांग पूरी होने तक परिषद सभी नौ विधायकों और दोनों सांसदों के यहां इसी तरह ताला डालकर प्रदर्शन करेगी।
वैश्य समाज में सरकार और प्रशासन के प्रति इतना रोष था कि मुख्य गेट पर एक घटे से अधिक समय तक नारेबाजी की गई। इस दौरान विभिन्न मांगों को लेकर विधायक को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बढ़ते हुए अपराधों पर तत्काल प्रभाव से अंकुश लगाने, पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द न्याय दिलाने, लूट और चोरियों की घटनाओं का सही पर्दाफाश करने और पूरे माल की बरामदगी की मांग की गई। व्यापारियों ने यह मांग भी कि कि रुनकता में बदमाशों द्वारा मारे गए सर्राफ के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा दिया जाए और पत्नी को नौकरी दी जाए। इसके अलावा व्यापारी कल्याण आयोग के शीघ्र गठन और एसएसपी और एसपी सिटी के निलंबन की भी मांग की गई। व्यापारियों का कहना था कि अधिकारी लोगों का मोबाइल नहीं उठाते और समय देने के बाद भी कार्यालय में उपलब्ध नहीं होते। व्यापारियों ने यह मांग भी की कि हत्या और बड़ी लूट के आरोपियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से तुरंत कड़ी सजा दिलवाई जाए, जिससे अपराधियों में शासन का भय व्याप्त हो।
विधायक ने वादा किया कि वह व्यापारियों की मांग को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे। यह भी कहा कि जिले के सभी नौ विधायक और दोनों सासद व्यापारियों के पक्ष में हैं। रुनकता प्रकरण में पीड़ित परिवार मुआवजा और विधवा पत्नी को राशन की दुकान या नौकरी दिलवाने के लिए हर सम्भव प्रयास होगा। इसके अलावा विधान सभा सत्र समाप्त होने के बाद व्यापारियों के एक प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री से सीधे मुलाकात कराई जाएगी।
नहीं तो सड़कों पर होगा आंदोलन
आदोलन संयोजक समिति के मुख्य सदस्य मनीष अग्रवाल व केएम सिंघल ने संयुक्त रूप से कहा कि मांग पूरी होने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। सभी विधायकों और सासदों ने समस्याओं का समाधान नहीं कराया तो एक-एक कर सभी विधायकों को बंधक बनाकर वैश्य समाज सड़कों पर उतर लखनऊ तक आदोलन करेगा। उन्होंने कहा कि अगर विधायकों और सासदों की सुनवाई नहीं हो रही है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
आंदोलन में ये रहे शामिल
राष्ट्रीय प्रधान महासचिव रवि प्रकाश अग्रवाल, युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय अग्रवाल, मुरारी प्रसाद अग्रवाल, दिनेश बंसल कातिब, विनोद अग्रवाल, जिनेश अग्रवाल, भारत मित्तल, पियूष तायल हिन्दू, अजय खण्डेलवाल, प्रवीण अग्रवाल, राकेश गर्ग आदि शामिल रहे।