जलभराव हुआ तो सेनेटरी इंस्पेक्टर होंगे जिम्मेदार
जागरण संवाददाता, आगरा : जलभराव को लेकर अब सेनेटरी इंस्पेक्टर टालमटोल नहीं कर सकेंगे। मानसून में अगर
जागरण संवाददाता, आगरा : जलभराव को लेकर अब सेनेटरी इंस्पेक्टर टालमटोल नहीं कर सकेंगे। मानसून में अगर शहर की किसी भी रोड पर जलभराव हुआ तो इसके लिए उन्हें दोषी मानते हुए कार्रवाई की जाएगी।
शहर में दो दर्जन बड़े और 250 छोटे नाले हैं। नाला सफाई में लापरवाही बरती जा रही है। कुछ घंटे सफाई होने के बाद कागजों में पूरे नाला को साफ दिखा दिया जाता है। नगरायुक्त अरुण प्रकाश ने इस माह के पहले सप्ताह में टीबीडीसी नाला का निरीक्षण किया था। नाले पर सिल्ट जमा थी और उस पर बड़ी संख्या में पौधे खड़े थे। सफाई में लापरवाही पर नगरायुक्त ने नाराजगी जताई थी। मंगलवार को नगरायुक्त अरुण प्रकाश ने विभागीय अफसरों के साथ बैठक की। जलभराव पर सेनेटरी इंस्पेक्टर की जिम्मेदारी तय की गई। नगरायुक्त ने बताया कि नाला सफाई की रैंडम चेकिंग कराई जाएगी। गड़बड़ी मिलने पर सेनेटरी इंस्पेक्टरों पर कार्रवाई की जाएगी।
देवरी रोड नाला की सफाई में खेल
वार्ड 16 स्थित देवरी रोड नाला सफाई में खेल हुआ है। 2900 मीटर लंबे नाला की सिल्ट नहीं निकाली गई है। सिर्फ 16 चैंबरों की सफाई की गई है। नाला की सफाई में तीस लाख रुपये खर्च हुए हैं। इसकी शिकायत शासन से की गई है।
समय पर नहीं उठती है सिल्ट
शहर के अधिकांश क्षेत्रों में नाला सफाई के बाद सिल्ट को उठाने में देरी की जाती है। इससे वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दो पहिया वाहन फिसल जाते हैं। यहां तक सिल्ट फिर से नाले में फेंक दी जाती है। नगरायुक्त ने बताया कि सिल्ट को समय पर उठाने के लिए कहा गया है।