Move to Jagran APP

अमीन पर कार्रवाई को 48 घंटे का अल्टीमेटम

आगरा (सैंया): ताहरपुर में कर्ज में डूबे किसान के खुदकशी करने के मामले में ग्रामीणों में आक्रोश है। अ

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Jun 2017 01:16 AM (IST)Updated: Tue, 27 Jun 2017 01:16 AM (IST)
अमीन पर कार्रवाई को 48 घंटे का अल्टीमेटम
अमीन पर कार्रवाई को 48 घंटे का अल्टीमेटम

आगरा (सैंया): ताहरपुर में कर्ज में डूबे किसान के खुदकशी करने के मामले में ग्रामीणों में आक्रोश है। अमीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए किसानों ने प्रशासन को 48 घंटे की मोहलत दी है। इसके बाद हाईवे जाम कर भूख हड़ताल करेंगे। सोमवार को तहसील की टीम ने पहुंच परिजनों को आर्थिक मदद का आश्वासन दिया है। कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी सांत्वना देने पहुंचे।

loksabha election banner

ताहरपुर के 35 वर्षीय किसान राजेश पुत्र विजय सिंह ने शनिवार देर रात खुदकशी कर ली थी। बड़े भाई मुनेश धाकरे के अनुसार राजेश ने पांच साल पहले सहकारी बैंक से 25 हजार रुपये का कर्ज लिया था। इसमें से उसे मात्र 16 हजार रुपये मिले, बाकी रिश्वत में चले गए। एक बीघा से कम जमीन के मालिक राजेश पर कर्ज बढ़कर अब 60 हजार रुपये हो गया था। 17 जून को इसका तकादा करने संग्रह अमीन मानिकचंद और पांच अन्य लोग आए। अमीन राजेश को अपमानित करते हुए गांव के बाहर तक खींचातनी करते हुए ले गया। इससे वह तनाव में रहने लगा। 19 जून को वह टूंडला स्थित बहन कमलेश के यहां पहुंचा। कर्ज को लेकर हुए अपमान के बारे में बताया। बहन ने उसे समझाया भी था। 20 को घर लौट आया। 24 जून को रात साढ़े 10 बजे उसे पंखे पर लटका देखा गया। घटना से घर में चीख-पुकार मच गई। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी।

मुकेश ने बताया कि पत्नी मोनिका की ओर से संग्रह अमीन के खिलाफ तहरीर दी गई, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि 48 घंटे में कार्रवाई नहीं हुई, तो हाईवे जाम कर भूख हड़ताल की जाएगी। प्रभारी निरीक्षक सैंया अशोक यादव ने बताया कि तहरीर आई है, आरोपों की जांच की जा रही है।

-----

मदद का आश्वासन, सांसद पहुंचे

सोमवार को नायब तहसीलदार विनोद कुमार तोमर और कानूनगो, लेखपाल विनोद बिहारी किसान के घर पहुंचे। उन्होंने आर्थिक मदद का आश्वासन दिया है। परिजनों को सांत्वना देने सांसद बाबूलाल, पूर्व विधायक धर्मपाल सिंह, रालोद जिलाध्यक्ष मालती चौधरी, नरेंद्र सिंह, भाकियू के श्याम सिंह चाहर, धर्मवीर शर्मा भी पहुंचे।

-----

वसूली का मामला सहकारी बैंक से जुड़ा है, तहसील प्रशासन से कोई संबंध नहीं है। वसूली को कोई टीम नहीं भेजी। सहानुभूति के आधार पर किसान के परिजनों के लिए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से मदद को लिखा जा रहा है।

रत्नाकर मिश्रा, तहसीलदार खेरागढ़

----

गांव में वसूली टीम के साथ गया था। किसी के साथ कोई अभद्रता नहीं की। कपड़े फटने की बात भी निराधार है। अन्य भाइयों पर भी बैंक और ग्रामीणों का कर्ज है। चुकाना न पड़े, इसलिए आरोप लगा रहे हैं। मानिकचंद गौड़, वसूली संग्रह अमीन

----

गांव में जो घटना हुई, उसमें कोई नोटिस नहीं दिया गया। किसान राजेश को पकड़कर जब टीम ले जा रही थी, तो उसे मेरे छोटे भाई महेश ने छुड़ाया था।

गीतम सिंह, प्रधान

----


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.