'माननीयों' के घरेलू उड़ान पर भी झूठे वादे
जागरण संवाददाता, आगरा: ताजनगरी से इंटरनेशनल एयरपोर्ट छिन गया और स्थानीय जनप्रतिनिधि सिविल टर्मिनल क
जागरण संवाददाता, आगरा: ताजनगरी से इंटरनेशनल एयरपोर्ट छिन गया और स्थानीय जनप्रतिनिधि सिविल टर्मिनल को ही उपलब्धि मानकर गुणगान में जुटे हैं। हकीकत तो ये है कि ये जनप्रतिनिधि ताजनगरी में घरेलू उड़ान तक शुरू नहीं करा सके हैं। जबकि, कुछ समय पूर्व जून के अंत तक आगरा-जयपुर के बीच उड़ान शुरू होने का दावा किया गया था।
जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट को केंद्र की सैद्धांतिक अनुमति मिलने के बाद आगरा के जनप्रतिनिधि शहरवासियों के निशाने पर हैं। भाजपा को दो सांसद और नौ विधायक देने वाली जनता निराश है। लोग आरोप लगा रहे हैं कि जनप्रतिनिधियों ने इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण को पुख्ता पैरवी ही नहीं की। वो सिविल टर्मिनल का झुनझुना थामे रहे। सांसद रामशंकर कठेरिया के नेतृत्व में मई में शहर के पर्यटन व्यवसायी दिल्ली में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा से मिले। मंत्रालय के अधिकारियों व फ्लाइंग कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक भी हुई। इसके बाद ताजनगरी को आश्वासन मिला कि जून से आगरा-जयपुर और अगस्त से दिल्ली-आगरा के बीच घरेलू उड़ान शुरू होगी।
आगरा टूरिस्ट वेलफेयर चैंबर के अध्यक्ष प्रहलाद अग्रवाल का कहना है कि मई में हुई बैठक में आश्वासन दिया गया था कि 26 जून से घरेलू उड़ान शुरू होगी। 26 जून बीत गई, उड़ान का कहीं पता नहीं है। उप्र सरकार इसे लेकर बिल्कुल गंभीर नहीं है। सही पैरवी करने की जरूरत है।
पार्टी में ही नहीं थे एकमत
सांसद रामशंकर कठेरिया ने चार अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सिविल टर्मिनल के लिए धनराशि स्वीकृत करने की मांग की थी। इसके बाद पशुधन मंत्री एसपी सिंह बघेल, सांसद चौ. बाबूलाल, विधायकगण जगन प्रसाद गर्ग, योगेंद्र उपाध्याय, चौ. उदयभान सिंह और जितेंद्र वर्मा केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा से दिल्ली में मिले। इन्होंने आगरा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का मुद्दा उठाया। भाजपाइयों में विरोधाभास पर सवाल उठे तो प्रदेश के कैबिनेट मंत्री बघेल ने प्रेस वार्ता कर टर्मिनल को ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने की बात कही थी।
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ये है योजना
55 एकड़ जमीन में सिविल टर्मिनल का निर्माण होना है। राजकीय निर्माण निगम ने सपा शासन में 55 करोड़ रुपये का प्रस्ताव नागरिक उड्डयन विभाग को भेजा था। सिविल टर्मिनल बनने के बाद खेरिया एयरपोर्ट से सटी धनौली, अभयपुरा व बल्हेरा की 155 एकड़ जमीन खरीदकर एयरपोर्ट का विस्तार किया जाएगा। इस पर करीब 300 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें रनवे का विस्तार, भवन निर्माण, पार्किंग आदि बनेंगे।