एमसीआइ की बायोमीट्रिक से फंसेंगे डॉक्टर
जागरण संवाददाता, आगरा: एसएन में न आकर प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर नहीं बच पाएंगे। इन्हें एसए
जागरण संवाददाता, आगरा: एसएन में न आकर प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर नहीं बच पाएंगे। इन्हें एसएन में बायोमीट्रिक मशीन पर हाजिरी लगानी होगी। इसकी मॉनीट¨रग मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) करेगी।
मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टर नहीं आते हैं। डॉक्टरों के आने और जाने का समय नहीं है। इससे शैक्षिक गतिविधि प्रभावित हो रही है। ऐसे में एमसीआइ द्वारा मेडिकल कॉलेजों में बायोमीट्रिक भेजी गई हैं। इन्हें लेक्चर थिएटर, ऑपरेशन थिएटर, इमरजेंसी और ओपीडी में लगाया जाएगा। इन बायोमीट्रिक पर डॉक्टर और जूनियर डॉक्टर को हाजिरी लगानी होगी। एसएन में सुबह आठ बजे आने पर और शाम चार बजे डॉक्टर हाजिरी कॉलेज से जाएंगे लगाकर जाएंगे। जिस दिन डॉक्टर हाजिरी नहीं लगाएंगे, उन्हें एमसीआइ को मेल करना होगा। प्राचार्य डॉ. सरोज सिंह ने बताया कि एमसीआइ ने 14 बायोमीट्रिक भेजी हैं। इन्हें लगाया जा रहा है।
एसएन में प्रसूताओं के लिए वातानुकूलित वार्ड
एसएन में 22 करोड़ से मेटरनिटी विंग तैयार की गई है। इसमें 100 बेड हैं, वातानुकूलित बिल्डिंग में वार्ड, लेबर रूम और मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर बनाए गए हैं। यहां प्रसव कराए जाएंगे और प्रसूता व नवजात भर्ती होंगे। प्रमुख अधीक्षक डॉ. अजय अग्रवाल ने बताया कि बिल्डिंग के हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जून के प्रथम सप्ताह में मरीजों को नई बिल्डिंग में इलाज मिलने लगेगा। यहां ऑपरेशन थिएटर में अत्याधुनिक उपकरण भी हैं।