आगरा को गंगा जल अगले साल
-130 में से 105 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाने का कार्य पूरा -जल निगम को शासन से शीघ्र बजट मिलने की उ
-130 में से 105 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाने का कार्य पूरा
-जल निगम को शासन से शीघ्र बजट मिलने की उम्मीद
जागरण संवाददाता, आगरा: बुलंदशहर के पालड़ा झाल से आगरा को गंगा जल मिलने की आस अगले साल पूरी होने की उम्मीद है। 130 किलोमीटर में से 105 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाने का कार्य पूरा हो गया है। कार्याें को पूरा कराने के लिए जल निगम को शासन से शीघ्र धन मिलने की संभावना है।
आगरा में पीने के पानी के संकट निदान के लिए सन् 2005 में यहां से गंगा जल लाने की योजना तैयार हुई थी। इसे 2012 में केंद्र सरकार से स्वीकृति मिली और 2014 में कंस्ट्रक्शन कंपनियों से अनुबंध के बाद पाइप लाइन बिछाने की शुरूआत हुई। पालड़ा झाल से अलीगढ़, मथुरा होते हुए आगरा तक पाइप लाइन बिछायी जा रही है। 80 फीसद से अधिक काम पूरा हो गया है। जल निगम के पास धन की कमी होने का असर इस कार्य पर पड़ रहा है। समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में निगम ने शासन से तकरीबन 850 करोड़ की डिमांड की थी, इसके सापेक्ष 300 करोड़ मिला। निगम के अफसरों ने बताया कि पिछले दिनों आगरा के कमिश्नर के. राम मोहन राव ने कार्य की समीक्षा की। बैठक में धन की कमी का मसला भी उठा था। धन की कमी के कारण मथुरा के मांट और महावन तहसील क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण में दिक्कत आ रही है। गंगा जल के प्रोजेक्ट मैनेजर पीयूष पंकज ने बताया कि अगले साल जुलाई माह तक पालड़ा से यहां गंगा का पानी लाने का सपना पूरा हो सकता है। उन्होंने बताया कि गंगा जल मिलने के बाद नलों में आने वाले पानी की गुणवत्ता काफी हद तक सुधर जाएगी।
150 क्यूसिक गंगा जल मिलेगा
गंगा जल प्रोजेक्ट में डेढ़ सौ क्यूसिक पानी मिलना है। इसमें से 10 क्यूसिक पानी मथुरा, 60 क्यूसिक पानी सिकंदरा वाटर वर्क्स और 80 क्यूसिक गंगा जल जीवनी मंडी वाटर वर्क्स को मिलना है।
देरी से प्रोजेक्ट की लागत बढ़ी
शुरूआत में यह योजना 500 करोड़ की थी, लेकिन देरी होने से इसकी लागत भी बढ़ती गई। अब इसका बजट 2887 करोड़ तक पहुंच गया है।