दिल की धमनियों में झांककर एंजियोप्लास्टी
जागरण संवाददाता, आगरा: हृदय रोगियों की अत्याधुनिक विधि से एंजियोप्लास्टी हो सकेगी। यह सुविधा पुष्पा
जागरण संवाददाता, आगरा: हृदय रोगियों की अत्याधुनिक विधि से एंजियोप्लास्टी हो सकेगी। यह सुविधा पुष्पांजलि इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियक साइंस में शुरू की गई है।
शनिवार को इंस्टीट्यूट में आयोजित प्रेसवार्ता में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. वीनेश जैन ने बताया कि एंजियोप्लास्टी के तरीके में बड़ा बदलाव हुआ है। पारंपरिक तरीके में धमनियों की परछाई से डॉक्टर अंदाजा लगाकर एंजियोप्लास्टी करते हैं। इससे स्टेंट का सही आकार तय करने में समस्या आती है। मगर, अब एक तार नुमा इंट्रावस्कुलर अल्ट्रासाउंड (आइवीयूएस) के द्वारा धमनियों (कॉरोनरी आर्टरी) की ब्लॉकेज को 360 डिग्री से देखा जा सकेगा। इससे स्टेंट का आकार आसानी से निर्धारित किया जा सकता है। साथ ही एंजियोप्लास्टी के बाद आइवीयूएस से धमनी में स्टेंट सही तरह से फिट हुआ है या नहीं, यह भी पता चल सकेगा। इसमें स्टेंट के फेल होने का रेट बहुत कम है। इस विधि से अमेरिका, यूरोप सहित दिल्ली, मुंबई के चुनिंदा सेंटर पर एंजियोप्लास्टी की जा रही है।
40 हजार सस्ती हुई एंजियोप्लास्टी
केंद्र सरकार द्वारा स्टेंट के रेट सीमित करने के बाद एंजियोप्लास्टी के चार्ज 30 से 40 हजार रुपये कम हुए हैं। डॉ. वीनेश जैन ने बताया कि जिन मरीजों में एक से ज्यादा स्टेंट डाले जा रहे हैं, उन्हें ज्यादा फायदा है। वहीं, पहले जिस रेट में एंजियोप्लास्टी हो रही थी, उससे कम में नई विधि से एंजियोप्लास्टी हो सकेगी।