बूचड़खानों के नाम पर बर्बाद कर रहे पुश्तैनी धंधा
जागरण संवाददाता, आगरा: सर्वदलीय मुस्लिम संघर्ष कमेटी ने अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई के नाम पर मांस का
जागरण संवाददाता, आगरा: सर्वदलीय मुस्लिम संघर्ष कमेटी ने अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई के नाम पर मांस कारोबारियों के पुश्तैनी धंधे को बर्बाद करने की बात कही है। कमेटी ने ¨हदूवादी संगठनों पर मुस्लिमों में दहशत का माहौल बनाने का आरोप लगाया है। नगर निगम के कत्ल खाने में भी पशु कटान के नाम पर अवैध वसूली की बात कही है।
मंगलवार को कलक्ट्रेट रोड के शोबिया इंटर कॉलेज में पत्रकारों से वार्ता करते हुए यह बात समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी जमीलउद्दीन कुरैशी ने कही। उन्होंने कहा कि विस चुनावों से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने यांत्रिक कत्लखानों को बंद कराने की बात कही थी, लेकिन सत्ता में आने के बाद योगी सरकार मांस का पुश्तैनी कारोबार करने वाले छोटे दुकानदारों को सता रही है। उन्होंने कहा कि मीट दुकानदारों के लाइसेंस रिन्यू नहीं किए जा रहे हैं, तो नए आवेदन स्वीकार नहीं किए जा रहे हैं। शासन और प्रशासन की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई से मांस दुकान चलाकर परिवार पालने वालों के यहां आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है।
प्रदेश सरकार से पशु कत्ल के लिए नए नियम बनाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि नगर निगम के कत्ल खाने में पशु कटान की फीस 50 रुपये है, जबकि मांस व्यापारी से 485 रुपये वसूले जाते हैं। हाजी बिलाल ने अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई को जायज बताते हुए कहा कि छोटे लाइसेंस धारकों का काम बंद करना गलत है, वे कोई गलत काम नहीं कर रहे हैं। पदाधिकारियों ने ¨हदूवादी संगठनों पर भय का माहौल बनाने का भी आरोप लगाया। पत्रकार वार्ता में असलम कुरैशी, अदनान कुरैशी, यामीन कादरी आदि मौजूद रहे।
पूर्व सरकारों ने दिया गलत कामों को बढ़ावा
पत्रकार वार्ता में मौजूद मो. शरीफ कुरैशी ने कहा कि पूर्व सरकारों ने उनके समाज को केवल वोट बैंक के लिए प्रयोग किया और लोगों को गलत काम करने को बढ़ावा दिया। सरकार को कार्रवाई से पहले कुछ समय देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि कार्रवाई के नाम पर मुस्लिमों का उत्पीड़न नहीं रुका तो समाज सड़क पर आकर आंदोलन करेगा।
हड़ताल पर रहे मांस कारोबारी
अवैध बूचड़खानों के नाम पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए शहर के मांस कारोबारी मंगलवार को हड़ताल पर रहे। मांस की दुकानों में ताले लटके रहे। लोहामंडी, भगवान टॉकीज, मंटोला, नाई की मंडी समेत शहर के अन्य स्थानों पर मांस की दुकानें सुबह से ही नहीं खुली।