संगमरमर में ढली गजल ताजमहल, ताजमहल
जागरण संवाददाता, आगरा: शिल्पग्राम का मुख्य मंच। कथक, और ओडिसी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां। शास्त्री
जागरण संवाददाता, आगरा: शिल्पग्राम का मुख्य मंच। कथक, और ओडिसी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां। शास्त्रीय गायन में घुली भारतीय रागों की मिठास। दर्शकों को म्यूजिकल कांसर्ट का इंतजार। झिलमिलाती लाइटों के बीच सिंफनी बैंड की प्रस्तुतियां शुरू हुई तो इंस्ट्रूमेंटल फ्यूजन से महोत्सव में रंग जमा। एक के बाद एक प्रस्तुतियों से सिंफनी बैंड ने दर्शकों को अपना दीवाना बना लिया।
शिल्पग्राम के मुख्य मंच पर सोमवार शाम मुख्य कलाकार रवि पवार थे। उनके बैंड सिंफनी ने ताज सिंफनी की प्रस्तुति दी। संगमरमर में ढली गजल ताजमहल, ताजमहल.. को दर्शकों ने सराहा। विदेशी पर्यटकों के लिए उन्होंने पॉल मैरियट का गीत सुनाया। इंस्ट्रूमेंटल फ्यूजन के साथ रंग जमता जा रहा था। तुम बिन फिल्म के म्यूजिक कंपोजर रवि पवार ने पिता कैलाश नाथ द्वारा राग भैरवी का फ्यूजन प्रस्तुत किया। इसके बाद रवि के साथियों साबिर, असलम, हुसैन ने घुंघरू पहनकर राजस्थानी संगीत की शानदार प्रस्तुति दी। दमादम मस्त कलंदर.. और निबूड़ा-निबूड़ा.. की दमदार प्रस्तुतियों से दर्शक दीर्घा में तालियां गूंज उठीं। गीत पल-पल दिल के पास तुम रहती हो.., रूप तेरा मस्ताना.. समेत कई गीत उन्होंने पेश किए। मुख्य अतिथि अमित मिश्रा, उपनिदेशक पर्यटन दिनेश कुमार, संगीत गर्ग, मुकुल गुप्ता, शाहिद सिद्दीकी आदि मौजूद रहे। संचालन सुधीर नारायन ने किया।
आगरा के कीबोर्ड प्लेयर का मिला साथ
रवि पवार के बैंड के कीबोर्ड प्लेयर आगरा नहीं आ सके। बैंड को आगरा से कीबोर्ड प्लेयर उपलब्ध कराया गया। शैंकी ने बैंड का साथ दिया।
नृत्यांतर को मिली सराहना
मंच पर सोमवार शाम सबसे पहले रुचि शर्मा ने कथक की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। सुभाष सक्सेना और डॉ. आंशवना सक्सेना ने गजलें सुनाई। प्रभा दुबे ने कथक किया। आशुतोष श्रीवास्तव ने गजल कागज की कश्ती वो बारिश का पानी.. सुनाई। नृत्यांतर डांस इंसेबल का ओडिसी समूह नृत्य सराहा गया। उन्होंने शुरुआत पल्लवी और अंत वर्षा नृत्य से किया। संचालन सुशील सरित और श्रुति सिन्हा ने किया।