गेस्ट हाउस में गंदा धंधा, सड़क पर दिखाया
जागरण संवाददाता, आगरा: थाने के पास गेस्ट हाउस में गंदा धंधा चल रहा था। चार माह पहले हुए सामूहिक दुष्
जागरण संवाददाता, आगरा: थाने के पास गेस्ट हाउस में गंदा धंधा चल रहा था। चार माह पहले हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में जांच को पहुंचे सीओ के सामने यह पकड़ा गया। चार युवक और युवतियां वहां से पकड़े गए। इसके बाद थाना पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में है। युवतियों को परिजनों को सौंपने के बाद पुलिस ने युवकों को सड़क से पकड़ा हुआ दिखा दिया। इससे गेस्ट हाउस कार्रवाई से बाहर हो गया।
सिकंदरा थाने के पास कई गेस्ट हाउस में देह व्यापार का खेल होता है। इन्हीं में से एक गेस्ट हाउस में इसी वर्ष 16 अगस्त और 30 अगस्त को नाई की मंडी की एक किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म किया गया। आरोपियों ने उसका वीडियो भी बनाया और जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में अक्टूबर में नाई की मंडी में सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हुआ। रविवार शाम चार बजे वादी को साथ लेकर इसकी जांच कर रहे सीओ कोतवाली राजेश द्विवेदी गेस्ट में पहुंचे। उन्होंने मालिक के बारे में जानकारी करने के साथ होटल का बुकिंग रजिस्टर और नक्शा नजरी तैयार कराए। इसी बीच उन्हें होटल में कुछ संदिग्ध गतिविधियां नजर आई।
सूत्रों के मुताबिक इसके बाद उन्होंने सिकंदरा पुलिस को बुलाया। पुलिस ने कमरों में रंगरेलियां मना रहे चार युवक और चार युवतियों को पकड़ लिया। युवक अवधपुरी, अलबतिया, धनौली और बाईपुर के थे। सभी को पकड़कर पुलिस थाने ले गई। मगर इसके बाद जो कार्रवाई की, वह चौंकाने वाली है। युवतियों को कॉलेज की छात्रा बताकर परिजनों की सुपुर्दगी में दे दिया। इनमें से दो की हाल ही में शादी होनी है। युवकों के खिलाफ पुलिस ने सार्वजनिक स्थल पर अश्लील हरकत करने (294 आइपीसी) के तहत कार्रवाई कर दी। इसमें युवकों को रेलवे पुल के नीचे खड़े होकर अश्लील हरकत करते हुए दिखाया गया है। इस तरह पुलिस ने अपनी कार्रवाई से गेस्ट हाउस का नाम अलग करके उसे क्लीनचिट दे दी।
कार्रवाई पर उठते सवाल
- पुलिस गेस्ट हाउस से पकड़कर युवक युवतियों को थाने ले गई। अगर वे होटल में आपसी सहमति से गए थे। कार्रवाई की जद में नहीं आते थे तो पकड़े क्यों?
- होटल से पकड़ने के बाद उन्हें अभिलेखों में सड़क से पकड़े हुए दिखाने की क्या मजबूरी थी? राजपत्रित अधिकारी की मौजूदगी में पकड़ने के बाद उन्हें गेस्ट हाउस से पकड़े हुए क्यों नहीं दिखाया?
- अगर राजपत्रित अधिकारी के दूसरे सर्किल के होने के कारण उन्हें फर्द में शामिल नहीं करना था तो पुलिस होटल के बरामदे से पकड़ा हुआ दिखा सकती थी। मगर पुलिस ने ऐसा भी न करते हुए गेस्ट हाउस संचालक को साफ बचा दिया।
घंटेदारी वाले होटलों से मिलती है महीनेदारी
सिकंदरा क्षेत्र में करीब दर्जनभर छोटे होटल और गेस्ट हाउस ऐसे हैं, जिनमें गंदा धंधा चलता है। घंटे के हिसाब से यहां कमरे बुक होते हैं, डिमांड पर युवतियां भी उपलब्ध कराई जाती हैं। कई बार कार्रवाई के दौरान यह उजागर भी हुआ। होटल सील हुए, लेकिन सभी में फिर से यही खेल चल रहा है। इनसे पुलिस को महीनेदारी मिलती है, इसीलिए इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की जाती। रविवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ।
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युवतियां कॉलेज की छात्राएं थीं। उनके भविष्य को देखते हुए परिजनों को सौंप दिया। युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
बृजेश पांडेय, इंस्पेक्टर सिकंदरा
गेस्ट हाउस का लाइसेंस निरस्त करने की रिपोर्ट सीओ कोतवाली द्वारा प्रशासन को भेजी जा रही है। घटना दूसरी जगह दिखाने के मामले में जांच की जा रही है।
सुशील घुले, एसपी सिटी