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सैफई में स्वीकार नहीं इंटरनेशनल एयरपोर्ट

जागरण संवाददाता, आगरा: सिविल सोसायटी आगरा ने सैफई में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण को राज्य सरकार द

By Edited By: Published: Fri, 26 Aug 2016 01:03 AM (IST)Updated: Fri, 26 Aug 2016 01:03 AM (IST)
सैफई में स्वीकार नहीं इंटरनेशनल एयरपोर्ट

जागरण संवाददाता, आगरा: सिविल सोसायटी आगरा ने सैफई में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण को राज्य सरकार द्वारा वरीयता देने पर विरोध जताया है। सोसायटी ने एयरपोर्ट के लिए सर्वे करने वाली राइट्स पर सवाल उठाते हुए प्रदेश सरकार से भदरौली की अनदेखी कर सैफई को वरीयता देने से संबंधित जानकारी मांगी है।

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राज्य सरकार ने इटावा के सैफई और आगरा की बाह तहसील में स्थित भदरौली में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण को राइट्स से सर्वे कराया था। इसके बाद राज्य सरकार ने सैफई में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण को वरीयता दी थी। इस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सिविल सोसायटी आगरा के संयोजक अनिल शर्मा ने अब इस मामले में राइट्स और मुख्य सचिव को पत्र भेजा है। राइट्स से उन्होंने समन पक्षी विहार की अनदेखी कर सैफई में भदरौली को तरजीह देने की वजह पूछी है। अनिल ने बताया कि सैफई, चंबल सफारी के समन पक्षी विहार से जुड़ा है और यह इटावा के वेटलैंड में है। यही वजह है कि यहां राज्य पक्षी सारस बहुतायत में मिलते हैं। यह स्थिति सोचनीय है कि एक ओर तो मुख्यमंत्री सारस फेस्टिवल करा रहे हैं, वहीं, दूसरी ओर सैफई में एयरपोर्ट के निर्माण की सिफारिश कर सारसों के लिए खतरा बढ़ा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि यहां सारस की मौजूदगी के चलते फ्लाइट की लैंडिंग के दौरान ड्रिल की जरूरत होगी। सारस के एयरक्राफ्ट से टकराने पर हादसे भी बढ़ेंगे। इससे सारस का प्राकृतिक अधिवास क्षेत्र प्रभावित होगा। पर्यावरण मंत्रालय ने पर्यावरण, वाइल्ड लाइफ और वेटलैंड्स को सुरक्षित रखने का अंतरराष्ट्रीय समझौता किया है। इसकी अनदेखी वह कैसे कर सकता है। अगर युवा मुख्यमंत्री इस स्थिति को दरकिनार कर अपने पिता की जन्मस्थली को चमकाना चाहते हैं तो वे इसका विरोध करेंगे।

पर्यावरण पर प्रभाव जांचने को हो सर्वे

सोसायटी ने सैफई में एयरपोर्ट के निर्माण से पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव के अध्ययन के लिए स्वतंत्र सर्वे कराने की मांग की है। वहीं, प्रधानमंत्री और रेल मंत्री से राजनीतिक भावना से सैफई के पक्ष में रिपोर्ट देने वाली राइट्स पर कार्रवाई करने की मांग की है।


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