..और हाथों से गड्ढे में फिसल गई जिंदगी
अली अब्बास, आगरा: पानी में डूबते व्यक्ति की सहायता मांगतीं कातर आंखें। ऐसे में एक शख्स ने उसे बचाने
अली अब्बास, आगरा: पानी में डूबते व्यक्ति की सहायता मांगतीं कातर आंखें। ऐसे में एक शख्स ने उसे बचाने के लिए पूरी जान लड़ा दी। डूबते को सहारा देते हुए हाथ भी थाम लिए लेकिन फिर भी जिंदगी हाथों से गड्ढे में फिसल गई। दीपक यह वाकया कभी नहीं भूल सकेंगे। साथ ही यह भी कि आखिर वह व्यक्ति मौत से लड़ रहा था लेकिन अपने हाथों में लगी खाने के सामान की थैली को नहीं छोड़ रहा था।
न्यू आगरा के कौशलपुरी के रहने वाले दीपक बाबू भगवान टॉकीज चौराहा स्थित पार्किंग के ठेकेदार हैं। दीपक ने बताया वह घर लौट रहे थे, घटनास्थल से कुछ कदम दूर थे। इसी दौरान सड़क किनारे गड्ढे में राहगीर को गिरता देखकर उसे बचाने दौड़े। तब तक वह शख्स पूरी तरह पानी में नहीं डूबा था। उसे बचाने को उन्हें तत्काल कोई उपाय नहीं सूझा। ऐसे में सड़क पर ही लेट गए, गड्ढे में समाए व्यक्ति को बचाने के लिए अपना हाथ उसकी ओर बढ़ा दिया। डूबते व्यक्ति ने उनका हाथ पकड़ लिया। उन्होंने दोनों हाथों से हाथ पकड़ने की कहा तो वह शख्स अपने दूसरे हाथ में पकड़ी खाने के सामान की थैली देखने लगा लेकिन उसे नहीं छोड़ा।
दीपक ने बताया कि इसके चलते उसका हाथ फिसल गया, उन्होंने दो बार उससे खुद को बचाने के लिए खाने का सामान छोड़ने की कहा। डूबते व्यक्ति ने तीन बार उनका हाथ थामा लेकिन खाने का सामान फिर भी नहीं छोड़ा। आखिर वह उसे बाहर नहीं निकाल सके। जिंदगी की यह जंग देख मौके पर काफी भीड़ जमा हो चुकी थी, वह भी गड्ढे में डूबे शख्स की जिंदगी बचाने की कोशिश में जुट गई। इस बीच वहां एक लोडिंग विक्रम पर पहुंचा तो उसमें रखी प्लास्टिक की रस्सी और बांस को लाकर गड्ढे में डालकर व्यक्ति को बाहर निकालने का प्रयास किया। परंतु तब तक उक्त व्यक्ति की सांसें साथ छोड़ चुकी थीं, वह पानी में डूब चुका था। लोगों की मदद से बाहर निकाला लेकिन बहुत देर हो चुकी थी। प्रदीप और शहीद नगर के जमाल का कहना था कि अपनी आंखों के सामने पानी में डूबने में उक्त व्यक्ति का चेहरा वह कभी नहीं भूल पाएंगे।