शताक्षी और कनिका बुलंदी के आसमान पर
जागरण संवाददाता, आगरा: आगरा के तीन होनहारों ने यूपीएसईई में टॉप फाइव में जगह बनाकर शहर का नाम रोशन क
जागरण संवाददाता, आगरा: आगरा के तीन होनहारों ने यूपीएसईई में टॉप फाइव में जगह बनाकर शहर का नाम रोशन किया है। शताक्षी जैसवाल और कनिका सिंह बीटेक-बायोटेक में क्रमश: तीसरे व चौथे स्थान पर, छात्र अजय तिवारी बी फार्मेसी में पांचवें स्थान पर हैं। शहर के लगभग सात हजार छात्र-छात्राएं परीक्षा में बैठे थे।
यूपीएसईई का रिजल्ट शुक्रवार शाम चार बजे घोषित हुआ। रिजल्ट आते ही छात्र-छात्राएं परिणाम देखने के लिए आतुर हो गए। शहर के कई होनहारों की रैंक अंडर 100 रही है। शताक्षी को अपनी सफलता की खुशी है, लेकिन उन्हें डॉक्टर बनना है, इसलिए वे सेलिब्रेशन एम्स की प्रवेश परीक्षा देने के बाद करेंगी। कनिका के साथ भी यही स्थिति है, वह भी डॉक्टर बनना चाहती हैं। उन्होंने बायोटेक की परीक्षा अपना कैलिबर चेक करने के लिए दी थी। वह देखना चाहती थीं कि परीक्षा कितने बढि़या ढंग से क्वालीफाई कर पाती हैं। 1,86,840 छात्रों के बीच 23वीं रैंक हासिल करने वाले अरिहंत की खुशी का ठिकाना नहीं हैं। जेईई मेंस में उनके 270 नंबर आए हैं। वे आइआइटी में जाना चाहते हैं।
तीन स्तरों पर तैयार किया गया था परिणाम
इंजीनिय¨रग, एमबीए, फार्मेसी, आर्किटेक्चर कॉलेजों में प्रवेश के लिए 17 अप्रैल को प्रदेश के चालीस शहरों में परीक्षा आयोजित की गई थी। आगरा में नौ केंद्रों पर परीक्षा कराई गई थी। परीक्षा के कोऑर्डिनेटर प्रो. कैलाश नारायण ने बताया कि परिणाम में किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए तीन जगह इसे तैयार किया गया था। परीक्षार्थियों की शंकाओं का समाधान करने के लिए क्वेश्चन बुकलेट तथा आंसर शीट को नेट पर अपलोड कर दिया गया था। इस दौरान 2800 ऐसे छात्र सामने आए, जिन्हें किसी न किसी बात को लेकर आपत्ति थी। कुछ सीरीज के प्रश्न ही गलत थे, तो कहीं पर आंसर के विकल्प में गड़बड़ी थी। इन सभी छात्रों की शंकाओं का समाधान किया गया। जो प्रश्न गलत थे, उतने नंबर सभी परीक्षार्थियों को दिए गए, ताकि मेरिट में कोई अंतर न आए।
इतने छात्रों ने दी परीक्षा
बीटेक- 1,86,840
बायोटेक- 10,737
बीटेक इन एग्रीकल्चर-113
बीआर्क- 8,864
बीएचएमसीटी- 2,006
डिप्लोमा इंजीनिय¨रग- 7,620
डिप्लोमा फार्मेसी- 171
बीएससी (लेट्रल एंट्री)- 351
एमबीएस 9,049
एमसीए- 2,394
एमएएम-140
एमसीए (लेट्रल एंट्री)- 2,329
ये भी हैं शहर के होनहार
- बीटेक लेट्रल एंट्री में अंचित जैन चौथे स्थान पर।
- बीटेक एग्रीकल्चर में राहुल मोटवानी का नवां स्थान।
- बीटेक बायोटेक में ध्रुव मित्तल, 24वें स्थान, एकता गौतम 40वें स्थान पर।
- बीटेक में अरिहंत जैन ने 23वां स्थान पाया है।
- बीटेक में अमन कुमार ने हासिल की 78वीं रैंक
पापा बैग सिलते हैं, बेटे ने किया नाम रोशन
यूपीएसईई में बीटेक में 23वीं रैंक हासिल करने वाले अरिहंत जैन के पिता संजय कुमार मोहनपुरा में बैग सिलते हैं। वे अपने बेटे की उपलब्धि पर बहुत खुश हैं। उन्हें विश्वास है कि बेटा बहुत आगे जाएगा। अरिहंत लक्ष्य 30 के छात्र हैं। यहां पढ़ने वाले 29 विद्यार्थियों यूपीएसईई में सफल हुए हैं।
रैपिड फायर विद टॉपर्स
नाम- शताक्षी जैसवाल
रैंक- तीसरी बीटेक-बायोटेक
क्या बनना चाहती हो- डॉक्टर
बारहवीं- शिवालिक पब्लिक स्कूल से, 95.8 फीसद।
पढ़ाई का समय- आठ से दस घंटे।
शौक- हॉलीवुड फिल्में, ड्राइंग, पेंटिंग, डांस।
सफलता का मंत्र- पॉजिटिव एप्टीट्यूड
पसंदीदा खाना- भिंडी की सब्जी और फास्ट फूड।
हमउम्र लोगों को सलाह- खुद पर विश्वास रखो, ग्रुप डिस्कशन करो। जो भी चैप्टर याद किया है, उससे संबंधित क्वेश्चन सहपाठियों के साथ शेयर करो।
नाम- कनिका सिंह
रैंक-बीटेक-बायोटेक में चौथा स्थान
क्या बनना चाहती हो- डॉक्टर
बारहवीं- सिंपकिंस स्कूल से, 97.6 फीसद अंकों के साथ। पिछले साल बारहवीं में आगरा टॉप किया था।
पढ़ाई का समय- छह से सात घंटे।
शौक- क्रिकेट मैच देखना, ड्राइंग, पेंटिंग, रणबीर और दीपिका की फिल्में देखना।
हमउम्र लोगों को सलाह- पढ़ाई का स्ट्रेस मत लीजिए। इंटरेक्शन जरूरी है। अपने टॉपिक जितना शेयर करेंगे, उतना ही बेहतर तरीके से याद होगा।
परीक्षा में पास होना है तो वॉट्सएप से दूर रहें
परीक्षा में अगर पास होना है तो सोशल मीडिया से दूरी बनानी होगी, यह कहना है शहर के टॉपर्स का। टॉप फाइव में आने वाले रैंकर्स वॉट्सएप से लंबे समय से दूरी बनाए हुए हैं। शताक्षी ने बताया कि उन्होंने फेसबुक पर अकाउंट बनाया था, लेकिन समय बर्बाद होने के कारण दूरी बना ली। कनिका भी सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं हैं।
बलूनी क्लासेज के 287 विद्यार्थी चयनित
यूपीएसईई में बलूनी क्लासेज के 287 विद्यार्थी चयनित हुए हैं। संस्था के निदेशक डॉ. नवीन बलूनी ने बताया कि टॉप 100 में सात छात्रों का चयन हुआ है। टॉप फाइव स्थान हासिल करने वाली छात्रा शताक्षी तथा कनिका ने यहीं से तैयारी की थी। एकेडमिक हेड डॉ. ललितेश यादव ने छात्र-छात्राओं को बधाई दी।