¨हदी के विद्वानों के सामने एनएसयूआइ का ड्रामा
जागरण संवाददाता, आगरा: देश भर से जुटे ¨हदी के विद्वानों के सामने एनएसयूआइ के पदाधिकारियों ने जमकर ड
जागरण संवाददाता, आगरा: देश भर से जुटे ¨हदी के विद्वानों के सामने एनएसयूआइ के पदाधिकारियों ने जमकर ड्रामा किया। शनिवार को विवि के जुबली हाल में चल रही ¨हदी कार्यशाला में इस संगठन के कार्यकर्ता मंच पर चढ़ गए। विद्वानों के हाथ से माइक ले लिया। उन्होंने समापन समारोह में केंद्रीय मंत्री डॉ. राम शंकर कठेरिया व हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के शामिल होने पर अंडे और टमाटर फेंककर विरोध करने की चेतावनी दी है।
केंद्रीय ¨हदी संस्थान और अंबेडकर विवि के बैनर तले राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य पर विवि के जुबली हाल में ¨हदी पर कार्यशाला चल रही है। रविवार को समापन समारोह में मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार और विशिष्ट अतिथि केंद्रीय मंत्री डॉ. राम शंकर कठेरिया को आमंत्रित किया गया है। एनएसयूआइ के पदाधिकारी रामशंकर कठेरिया का विरोध कर रहे हैं। वे दोपहर दो बजे जुबली हाल में पहुंच गए। आयोजकों ने उन्हें बताया कि केंद्रीय मंत्री समारोह में शामिल नहीं होंगे। इसके बाद भी ड्रामा करने के लिए एनएसयूआइ के पदाधिकारी मंच पर चढ़ गए। राष्ट्रीय महासचिव अमित सिंह ने माइक लेकर कहा कि कठेरिया का ¨हदी में कोई योगदान नहीं है। उन्होंने विवि के लिए कोई काम नहीं किया है, वे समारोह में आते हैं, तो अंडे फेंके जाएंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार का भी यह कहते हुए विरोध किया कि वे ¨हदी के विद्वान नहीं, बल्कि नेता हैं। इस पर ¨हदी के विद्वानों ने 83 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार का परिचय दिया और ¨हदी के लिए किए गए उनके कार्य का विस्तृत ब्योरा पेश किया। इसके बाद विरोध जताने वाले चले गए।
--
डॉ. राम शंकर कठेरिया को समापन समारोह के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। शांता कुमार ¨हदी के विद्वान हैं, उनके कार्य पर 20 पीएचडी हो चुकी हैं। एनएसयूआइ के पदाधिकारियों का विरोध गलत है।
प्रोफेसर प्रदीप श्रीधर, आयोजक
-----