करोड़ों के फीस घोटाले से दुश्मन बने कॉलेज संचालक
जागरण संवाददाता, आगरा: विवि के करोड़ों के फीस घोटाले को वरिष्ठ सहायक सत्येंद्र देख रहे थे। इन कॉलेजो
जागरण संवाददाता, आगरा: विवि के करोड़ों के फीस घोटाले को वरिष्ठ सहायक सत्येंद्र देख रहे थे। इन कॉलेजों के परीक्षा फॉर्म भरने के लिए लॉग इन आइडी नहीं खोले गए थे। ऐसे में कॉलेज संचालक उनके दुश्मन बन गए थे।
34 सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों ने विवि में तीन करोड़ का परीक्षा शुल्क जमा नहीं किया था। जिन कॉलेजों की फीस जमा हो गई थी, उनकी रिपोर्ट सत्येंद्र द्वारा एजेंसी को देने के बाद ही परीक्षा फॉर्म भरे जा रहे थे। इसे लेकर कई बार कॉलेज संचालकों से विवाद हो चुका था। वैसे विवि के कई अधिकारियों के ये कॉलेज संचालक चहेते हैं।
एक कर्मचारी जेल में, दूसरे की हत्या से आक्रोश
बीएड फर्जीवाड़े में कनिष्ठ लिपिक रणवीर सिंह जेल में है। ऐसे में सत्येंद्र की हत्या से कर्मचारियों में आक्रोश है। कुलसचिव अशोक अरविंद के इमरजेंसी न आने पर हंगामा किया। कुलपति प्रो. मोहम्मद मुजम्मिल के पहुंचने के बाद कर्मचारी शांत हुए। उप कुलसचिव केएन सिंह, विश्वेश्वर प्रसाद, अरविंद गुप्ता, रोहित शर्मा मौजूद रहे।
अब तो सोचा जाए
हत्या के बाद एक कर्मचारी की प्रतिक्रिया थी कि विवि में जो हो रहा है, उस पर अब सोचने की हम लोगों को ही जरूरत है। आखिर भ्रष्टाचार से विवि की जड़ें खोखली तो हो ही रही हैं। अब हम भी सुरक्षित नहीं रहे।
सत्येंद्र कर्मठ और ईमानदार कर्मचारी थे, उनकी हत्या दुखद है। जिला प्रशासन से आरोपियों को पकड़ने के लिए कहा है। उनके परिवार को हरसंभव मदद दी जाएगी।
प्रोफेसर मोहम्मद मुजम्मिल, कुलपति
जब तक आरोपी नहीं पकड़े जाते हैं, विवि बंद रहेगा। कॉलेज संचालकों के इशारे पर अधिकारी नाच रहे हैं, इसके चलते यह घटना हुई है।
अखिलेश चौधरी, अध्यक्ष कर्मचारी संघ