भर दिया मुचलका, जेल से निकले किसान
जागरण संवाददाता, आगरा: नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन के द्वार पर धरने से उठाकर सोमवार को जेल भेजे गए कि
जागरण संवाददाता, आगरा: नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन के द्वार पर धरने से उठाकर सोमवार को जेल भेजे गए किसानों की रिहाई हो गई। व्यक्तिगत मुचलका भरने से इन्कार कर रहे किसानों को मनाने के लिए दिन भर कवायद चलती रही। इसके बाद किसान मान गए और मुचलका भरकर जेल से रिहाई की कार्रवाई पूरी हो गई।
एनटीपीसी पर प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया था। किसानों को हिरासत में लेने के बाद सोमवार शाम को भारतीय किसान यूनियन नेता श्याम सिंह चाहर, राजकुमार, रनवीर, वेद प्रकाश, बनवारी लाल, दिनेश कुमार, कमलेश, सत्य प्रकाश तथा पुष्पेंद्र समेत नौ को जेल भेजा था। मंगलवार को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल में रिहाई का परवाना पहुंचा, मगर सभी ने व्यक्तिगत मुचलके पर हस्ताक्षर करने से इन्कार कर दिया था। वे मुचलके पर हस्ताक्षर किए बिना जेल से रिहाई पर अड़े थे। मंगलवार को परवाना लौटाने के बाद आंदोलन करते किसान बुधवार सुबह जेल पहुंचे, मुलाकात कर दिन भर उनको मनाने की कोशिशों में जुटे रहे। शाम को उनको बाहर निकलने को राजी किया। शाम करीब सात बजे वह जमानत पर बाहर आए।
पंचायत चुनाव के बहिष्कार की दी थी धमकी
धरने में शामिल चौदह गांवों के किसानों में दर्जनों ऐसे भी थे, जो पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने पर अड़े थे। कुछ किसान नेताओं द्वारा समझाने पर किसान पंचायत चुनाव का बहिष्कार का फैसला फिलहाल टाल दिया गया। ग्रामीणों का कहना था कि इस बारे में सभी गांवों से बातचीत के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।