जीवन में अहंकार से रहें दूर
जागरण संवाददाता, आगरा: इंद्र को देवता होते हुए भी अहंकार था। भगवान श्रीकृष्ण ने उसके कोप से गोकुलवास
जागरण संवाददाता, आगरा: इंद्र को देवता होते हुए भी अहंकार था। भगवान श्रीकृष्ण ने उसके कोप से गोकुलवासियों की रक्षा कर उसके अहंकार को भंग कर दिया। मनुष्य कितने भी बडे़ पद पर पहुंच जाए, उसे अहंकार से दूर रहना चाहिए। पंजाबी बाग स्थित योग साधना केंद्र के 18वें वार्षिकोत्सव पर चल रही भागवत कथा के पांचवें दिन सोमवार को मन:कामेश्वर मंदिर के महंत योगेश पुरी ने यह संदेश दिए। उन्होंने कहा कि बांसुरी को भगवान श्रीकृष्ण ने इसीलिए अपने अधरों पर धारण किया था। बांसुरी के सात छेद हमें काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मत्सर और ईष्र्या से दूर रहने का संदेश देते हैं। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं, गोवर्धन धारण और कंस वध के प्रसंग भागवत से सुनाए। इस अवसर पर सजाई गई गोवर्धन महाराज की सुंदर झांकी का विधि-विधान से पूजन हुआ। सुबह हरियाणा से आए फक्कड़ बाबा ने योगासन कराए। केंद्र के अध्यक्ष बलवीर सिंह ने बताया कि मंगलवार को तुलसी-शालिग्राम की कथा होगी। इस अवसर पर सुनहरी लाल, विजेंद्र सिंह तोमर, देवीचरण शर्मा, आनंद श्रीवास्तव, शिवदत्त पचौरी, ओमवीर सिंह, एसएन दुबे, ब्रजमोहन सक्सेना, आरएन श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
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भागवत श्रवण को उमड़ रही भीड़
आगरा: आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर 3 में चल रही श्रीमद्भावगत कथा में सोमवार को संत लवदास महाराज ने वामन अवतार, अजामिल और प्रहलाद चरित्र का वर्णन किया। भक्ति गीतों पर भक्त झूमते रहे। इससे पूर्व सुबह छह से आठ बजे तक शिविर में लोगों ने योग व ध्यान किया। मीडिया प्रभारी मुकेश शर्मा ने बताया कि मंगलवार को श्रीराम और श्रीकृष्ण जन्म की कथा होगी।