उत्पाती बंदर, होंगे कठघरे के अंदर
जागरण संवाददाता, आगरा: ब्रज में आगरा और मथुरा के उत्पाती बंदरों से निजात मिलने जा रही है। यहां इन
जागरण संवाददाता, आगरा: ब्रज में आगरा और मथुरा के उत्पाती बंदरों से निजात मिलने जा रही है। यहां इनका आतंक है, बंदर घुड़की से भी अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। बंदरों को रखने के लिए फरह में बंदर संरक्षण गृह बनाया जाएगा। बंदरों को पकड़ने के लिए 58 लाख रुपये मंजूर कर दिए गए हैं।
बंदर पकड़ने में एनजीओ की मदद ली जाएगी। हर बार बजट को लेकर मुश्किल आ जाती थी। साथ ही बंदरों को पकड़ने के बाद शहर के किस क्षेत्र में रखा जाएगा, यह भी परेशानी रहती थी। इसे देखते हुए बंदरों को चित्रकूट के जंगलों में भेजने का प्रस्ताव भी आया था, लेकिन यह खारिज हो गया। अब बंदरों को पकड़ने के लिए फिर से प्रस्ताव तैयार हुआ है। बंदरों को पकड़ने के बाद जिस पिंजड़े और वाहन में रख ले जाया जाएगा, उसे खरीदने के लिए 58 लाख रुपये मंजूर हुए हैं। आगरा में जीवनी मंडी, बेलनगंज, एसएन मेडिकल कॉलेज, कचहरी घाट, नाई की मंडी, जिला अस्पताल सहित अन्य कई क्षेत्रों और मथुरा के पुराने शहर में बंदरों का आतंक है।
कमिश्नर प्रदीप भटनागर ने बताया कि दो माह के भीतर बंदरों को पकड़ने का काम शुरू हो जाएगा। बंदरों को पकड़ने के बाद फरह स्थित बंदर संरक्षण गृह में रखा जाएगा। जहां पर बंदरों के इलाज की भी व्यवस्था रहेगी।