भावुक होकर विदा हुए डॉक्टर
जागरण संवाददाता, आगरा: यहां हम पढ़ते थे और यह हॉस्टल है। ये मेरा बेड था। सिल्वर जुबली मानने के लिए ए
जागरण संवाददाता, आगरा: यहां हम पढ़ते थे और यह हॉस्टल है। ये मेरा बेड था। सिल्वर जुबली मानने के लिए एसएन में एकत्रित हुए बैच 1989 के डॉक्टरों ने रविवार को कॉलेज परिसर में यादें ताजा कीं। जमकर मस्ती करने के बाद विदाई का समय आया तो भावुक हो गए।
देश-विदेश से आए डॉक्टर सिल्वर जुबली समारोह के तीसरे दिन एसएन पहुंचे। लेक्चर थिएटर में अपने बच्चों को बताया कि यहां हम पढ़ते थे। डॉक्टरों ने तत्कालीन प्रिंसिपल डॉ. वीबी सहाय और डॉ. हरी गौतम के साथ शिक्षकों की डांट और परीक्षा के दौरान उनकी मदद के संस्मरण सुनाए। इस दौरान डॉक्टरों ने एलटी फोर में जमकर मस्ती की। हॉस्टल और लाइब्रेरी का भ्रमण करने के बाद ग्रुप फोटो कराया। जब विदाई का समय आया तो डॉक्टर भावुक हो गए। व्यस्तता में से समय निकालकर साथियों के संपर्क में रहने का वादा कर विदा हुए। इस दौरान डॉ. संजय लवानिया, डॉ. राजेश गुप्ता, डॉ. रितु गर्ग, डॉ. संजय शर्मा, डॉ. राकेश त्यागी, डॉ. विवेक सचदेव, डॉ. वीपी सिंह आदि मौजूद रहे।