एएसआइ ने मिटाया किले पर लगा दाग
जागरण संवाददाता, आगरा: नशेबाजी का अड्डा बने मुगल साम्राज्य की गौरव गाथा सुनाने वाले आगरा किला पर लगे
जागरण संवाददाता, आगरा: नशेबाजी का अड्डा बने मुगल साम्राज्य की गौरव गाथा सुनाने वाले आगरा किला पर लगे दाग भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने सोमवार को मिटा दिए। ड्रेनेज सिस्टम में पड़ीं बीयर की कैन हटा दी गई। हालांकि, कैन वहां तक कैसे पहुंचीं, यह पता नहीं चल सका है।
आगरा किला में जाम छलकने की खबर 'जागरण' ने सोमवार को प्रकाशित की थी। इसकी गवाही अकबरी महल के मार्ग पर ड्रेनेज सिस्टम में जाली के नीचे पड़ी बीयर की कैन दे रही थीं। मामला संज्ञान में आते ही अधीक्षण पुरातत्वविद् एनके पाठक ने रविवार रात को ही कर्मचारी राजकुमार कपूर को आगरा किला में जांच के लिए भेजा था। उन्होंने वास्तविक स्थिति से रात को ही अधीक्षण पुरातत्वविद् को अवगत करा दिया था। सोमवार को सुबह होते ही अफसरों ने ड्रेनेज सिस्टम की जाली हटवाकर वहां पड़ी बीयर की कैन हटवा दीं।
अधीक्षण पुरातत्वविद् ने बताया कि पत्थर की जाली से बीयर की कैन अंदर नहीं जा सकती हैं। वह वहां तक कैसे पहुंची, यह पता नहीं चल सका है। बाहर से लौटने के बाद मैं स्वयं मामले की जांच करूंगा।
नहीं सुधरी व्यवस्था
आगरा किला के नशेबाजी का अड्डा बनने और सिक्योरिटी इंटेलीजेंस सर्विस (एसआइएस) के जवानों द्वारा चेकिंग में लापरवाही बरतने का मामला उजागर होने के बावजूद किले में सोमवार को हालात नहीं बदले। स्मारक के अंदर सैलानी चोरी-छुपे खाने का सामान ले ही गए। कुछ युवाओं को चॉकलेट खाता हुआ देखा गया। जबकि एएसआइ के नियम पानी की बोतल के अलावा कोई भी खाद्य सामग्री अंदर ले जाने की अनुमति नहीं देते हैं।