कांग्रेसियों का टोरंट कार्यालय पर प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, आगरा: शहर में टोरंट की छापामार कार्रवाई व आर्थिक शोषण के विरोध में शहर कांग्रेस कमे
जागरण संवाददाता, आगरा: शहर में टोरंट की छापामार कार्रवाई व आर्थिक शोषण के विरोध में शहर कांग्रेस कमेटी ने गुरुवार को टोरंट मुख्य कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। टोरंट जीएम को 11 सूत्री मांगपत्र सौंपा गया। कांग्रेसियों ने 15 दिन में मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष हाजी अबरार हुसैन के नेतृत्व में कांग्रेसी सूरसदन पर एकत्र हुए। यहां से नारेबाजी करते हुए टोरंट मुख्य कार्यालय एमजी रोड पहुंचे। कांग्रेसियों ने टोरंट के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। शहर अध्यक्ष ने 11 सूत्री मांगपत्र पढ़कर सुनाया। उन्होंने टोरंट पर अससमेंट के नाम पर जबरन धन उगाही, फर्जी रिपोर्ट दर्ज करने, विद्युत दर कम करने व 24 घंटे विद्युत आपूर्ति करने की मांग की। टोरंट जीएम की गैरमौजूदगी में पीआरओ भूपेन्द्र सिंह ने कांग्रेसियों से ज्ञापन लिया। उन्हें मांग शीघ्र पूरी करने का आश्वासन दिया। किसी भी कार्यदिवस में मांगों को लेकर बातचीत का आग्रह भी उन्होंने कांग्रेसियों से किया। इस दौरान मुख्य रूप से चौ. बच्चू सिंह, केपी सिंह चंदेल, दीवान सिंह मुखिया, राधेश्याम गुप्ता, इस्माइल सन्नी, मधुरमा शर्मा, अतिकुर्रहमान, चौ. बांकेलाल, गीता सिंह, राघवेन्द्र उपाध्याय, विकास सूर्यवंशी आदि मौजूद रहे।
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मैनेजर पर लगाया उत्पीड़न का आरोप
आगरा: आगरा मंडल व्यापार संगठन की विद्युत कोर कमेटी ने टोरंट मैनेजर केवी सिंह पर उपभोक्ताओं का शोषण व उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि नए कनेक्शन देने व लोड बढ़ाने के नाम पर मैनेजर मनमानी कर रहा है। विद्युत नियामक आयोग के आदेशों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। एक कनेक्शन के तीन-तीन एस्टीमेट दिए जा रहे हैं। दस किलोवाट के कनेक्शन पर ट्रांसफारमर लगाने की बाध्यता की जा रही है। लोगों को बेवजह चक्कर कटवाए जा रहे हैं। संगठन के अध्यक्ष गोविंद अग्रवाल ने डीवीवीएनएल अधिकारियों से इस मामले में हस्तक्षेप कर जांच कर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने पूरे मामले की शिकायत प्रदेश सरकार, विद्युत नियामक आयोग, पावर कॉरपोरेशन, डीवीवीएनएल टोरंट उच्च अधिकारियों से करने की घोषणा की। दूसरी ओर टोरंट पीआरओ भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि उत्पीड़न के आरोप गलत है। नियमानुसार ही एस्टीमेट बनाया जा रहा है। ऐसे मामलों की जांच उच्च अधिकारी करते हैं। उन्होंने कहा कि यह टोरंट को बदनाम करने की साजिश है।