उजियाली दीपावली में घुली आतिशबाजी की कालिख
जागरण संवाददाता, आगरा: उजियाली दीपावली में आतिशबाजी की कालिख छाई रही। जमकर हुई आतिशबाजी ने शहर की फि
जागरण संवाददाता, आगरा: उजियाली दीपावली में आतिशबाजी की कालिख छाई रही। जमकर हुई आतिशबाजी ने शहर की फिजा को जहरीला बना दिया। शाम छह से रात 12 बजे तक हुई आतिशबाजी ने सबसे ज्यादा जहर शहर की हवा में घोला। हृदय रोगी और अन्य मरीज कानफोड़ू शोर से बेचैन रहे। ध्वनि प्रदूषण भी सामान्य से कहीं अधिक रहा।
गुरुवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने गुरुवार सुबह 6 बजे से शुक्रवार सुबह 6 बजे तक तीन पालियों में प्रदूषण की स्थिति को जांचा। ताजमहल और एत्माद्दौला क्षेत्र में वायु प्रदूषण की माप की गई। आतिशबाजी से हवा में घुलने वाली एसओटू, एनओटू और आरएसपीएम की मात्रा को मापा गया। जबर्दस्त आतिशबाजी के चलते हवा में आरएसपीएम (हवा में घुलित धूल कणों) की मात्रा ढाई गुना से भी अधिक दर्ज की गई। रात 9 से 11 बजे के बीच सर्वाधिक आतिशबाजी होने से शहर की फिजा में जमकर जहर घुला। इससे बुजुर्गो, हृदय रोग और श्वांस मरीजों को परेशानियां उठानी पड़ीं।
वायु प्रदूषण के आंकडे़
ताजमहल
तत्व - दीपावली पूर्व (15 अक्टूबर) - दीपावली (23 अक्टूबर)
एसओटू - बिलो डिटेक्शन लिमिट - बिलो डिटेक्शन लिमिट
एनओटू - 14 - 16
आरएसपीएम - 82 - 191
एत्माद्दौला
तत्व - दीपावली पूर्व (15 अक्टूबर) - दीपावली (23 अक्टूबर)
एसओटू - बिलो डिटेक्शन लिमिट - 5
एनओटू - 31 - 29
आरएसपीएम - 132 - 271
ये हैं वायु प्रदूषण के मानक
सल्फर डाइ ऑक्साइड (एसओटू) और नाइट्रोजन डाइ ऑक्साइड (एनओटू) की मानक मात्रा 80 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है। रेस्पिरेबल सस्पेंडेड पर्टिकुलेट मैटर (आरएसपीएम) की मानक मात्रा 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है। दीपावली पर एसओटू और एनओटू की मात्रा सामान्य से कम और आरएसपीएम की मात्रा करीब तीन गुना तक अधिक दर्ज की गई।
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'दीपावली पर कराई जांच में हवा में आरएसपीएम की मात्रा मानक से कहीं अधिक मिली है। लोगों को सचेत होने की जरूरत है, अन्यथा स्थिति हानिकारक हो सकती है।'
वीके शुक्ला, क्षेत्रीय वैज्ञानिक, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड