हम सुधरेंगे तो जग सुधरेगा
जागरण संवाददाता, आगरा: स्वामी रामतीर्थ ने समाज को संदेश दिए थे कि यदि व्यक्ति स्वयं अपने को सुधारेगा
जागरण संवाददाता, आगरा: स्वामी रामतीर्थ ने समाज को संदेश दिए थे कि यदि व्यक्ति स्वयं अपने को सुधारेगा, तभी समाज में बदलाव आएगा। इसलिए उन्होंने सूत्र दिया था- 'हम सुधरेंगे तो जग सुधरेगा'। इस सूत्र को स्वीकार करने से ही राष्ट्र का विकास संभव हो सका।
गुरुवार को बालूगंज स्थित लताकुंज में स्वामी रामतीर्थ जयंती समारोह का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता चौधरी बल्लो प्रसाद ने की। उन्होंने कहा कि जो देश या प्रदेश जाति और धर्म से ऊपर उठेगा, वही तरक्की करेगा। कार्यक्रम में गीत, संगीत, कविता और विचारों को व्यक्त करने का सिलसिला चला। वक्ताओं ने कहा कि स्वामी रामतीर्थ ने कहा था कि शिक्षा और आध्यात्म से ही देश का विकास संभव है। चौधरी सुखराम सिंह के सानिध्य में काव्य गोष्ठी हुई। विशिष्ट अतिथि सोम ठाकुर ने एक गजल और ब्रज भाषा की कविता सुनायी। जिसमें स्वाधीनता सेनानी सरोज गौरिहार, प्रताप दीक्षित, डॉ.राजेंद्र मिलन, सुशील सरित, शाहिद नदीम, चाचा आगरी, डॉ. नीरज स्वरूप, नीलू श्रीवास्तव आदि ने काव्य पाठ किया और दीपावली पर शुभकामनाएं कीं। पुष्पा श्रीवास्तव, चौधरी रामगोपाल, ईश्वरदयाल आदि ने विचार व्यक्त किये। संचालन शशि शिरोमणि व धन्यवाद ज्ञापन दयाशंकर ने किया।