बेटी के हत्यारे पिता ने लगाई ट्रेन के आगे मौत की छलांग
जागरण संवाददाता, आगरा: एक परिवार छिन्न-भिन्न हो गया। पत्नी की बेवफाई का बदला लेने को पति ने चार साल
जागरण संवाददाता, आगरा: एक परिवार छिन्न-भिन्न हो गया। पत्नी की बेवफाई का बदला लेने को पति ने चार साल की मासूम बेटी को बांक से काट डाला। इसके बाद बुधवार को ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक की शिनाख्त उसके पास मिले पहचान पत्र से हुई। शव की पुख्ता शिनाख्त के लिए पुलिस मृतक का डीएनए परीक्षण कराएगी।
मलपुरा के डावली गांव निवासी 28 वर्षीय संजू गुड़गांव में एक कंपनी में सुरक्षा गार्ड था। दो सप्ताह पूर्व संजू की पत्नी सीमा उसे और तीन बेटियों को छोड़कर दूसरे के साथ चली गई थी। पत्नी की बेवफाई से क्षुब्ध संजू बेटियों छह वर्षीय शायरा, काजल (4) तथा दो साल की पायल को लेकर गांव लौट आया था। सोमवार की रात को पत्नी का फोन आने पर बेटियों ने मां से बात करने की जिद की। जिससे गुस्साए संजू ने बेटियों काजल और पायल पर बांक से हमला बोल दिया। काजल की गर्दन काट हत्या कर दी, पायल गंभीर घायल हो गई थी। कलेजे के टुकड़ों को काटकर संजू ट्रेन के आगे कूदकर जान देने की कहते हुए भाग गया था। दो दिनों तक पुलिस उसे तलाश करती रही, मगर पता नहीं चला।
रुनकता प्रतिनिधि के अनुसार बुधवार की दोपहर करीब पौने दो बजे संजू रुनकता रेलवे ओवर ब्रिज पर चाय के खोखे पर पहुंचा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक संजू चाय पीने के बाद रेलवे लाइन के किनारे टहलने लगा। इसी दिल्ली से आगरा की ओर झेलम एक्सप्रेस आ रही थी। ट्रेन के नजदीक आते ही वह आसपास के लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले संजू ने ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। अगले ही पल शरीर टुकड़े-टुकड़े हो गया। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक की जेब से मिले मतदाता पहचान पत्र से उसकी शिनाख्त की। एसओ सिकंदरा आशीष कुमार सिंह ने बताया मृतक का चेहरा क्षत-विक्षत हो गया था, शव संजू का ही है, इसकी पुख्ता शिनाख्त को उसका डीएनए परीक्षण कराया जाएगा।
दादी के बूढ़े कंधों पर मासूमों की देखभाल
छह साल की शायरा और दो वर्षीय पायल की देखभाल का जिम्मा दादी विमला देवी के बूढ़े कंधों पर है। बुधवार को आत्महत्या करने वाले संजू के पिता की बीमारी से जबकि छोटे भाई की सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। संजू ने सीमा से सात साल पूर्व प्रेम विवाह किया था, जिसके चलते उसकी पहली पत्नी अपने दोनों बच्चों को साथ लेकर पीहर चली गई थी। मंगलवार को बेटी काजल का अंतिम संस्कार भी गांव के लोगों ने किया था, दादी विमला देवी दो वर्षीय नातिन पायल के पास अस्पताल में होने के कारण गांव नहीं पहुंच सकी थीं।